Makar Sankranti Kab Hai: जैसा कि आप लोगों को मालूम होगा की मकर संक्रांति का त्यौहार आने वाला है लेकिन इस साल मकर संक्रांति के त्योहार पर एक बड़ा फिर बदल भी हो गया है क्योंकि हर साल 14 जनवरी के दिन ही मकर संक्रांति मनाया जाता है लेकिन इस बार तो 15 जनवरी को मनाया (Makar Sankranti Kab Hai) जाएगा।
क्योंकि ऐसा बताया जा रहा है कि 14 जनवरी तक खरमास लगा हुआ है. ऐसे में 15 जनवरी की सुबह 5:27 बजे सूर्य देव धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश कर रहे हैं और इस दिन से ही सूर्य धरती के उतरी गोलार्ध में भी आ जाता है इसलिए इसे उत्तरायण पर्व भी कहा जाता है.
ऐसे में अब उड़िया तिथि की मान्यता होने की वजह से मकर संक्रांति का त्योहार 14 नहीं बल्कि 15 जनवरी को मनाना शुभ माना जा रहा है शास्त्रों के अनुसार तो जब सूर्य देव मकर राशि में प्रवेश नहीं करते तब तक मकर संक्रांति का त्यौहार नहीं मानना चाहिए ऐसे में मकर संक्रांति के त्योहार पर स्नान दान पुण्य का विशेष महत्व भी होता है और इस दिन दान पुण्य करने से ग्रह दोष भी खत्म हो जाते हैं वहीं सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करते ही खरमास भी समाप्त हो जाएगा।
Makar Sankranti: शुरू होंगे मांगलिक कार्य
जैसा कि अभी तक हमने आप लोगों को बताया कि खरमास चल रहा है और 15 जनवरी को खरमास के खत्म होते ही शुभ कार्य भी शुरू हो जाएंगे इसके साथ ही गृह प्रवेश, विवाह, मुंडन एवं सभी प्रकार के मांगलिक कार्य करने काफी शुभ माने जाते हैं.
Makar Sankranti: दान पुण्य होता है विशेष
मकर संक्रांति के लिए ऐसा कहा जाता है कि इस दिन पानी में गंगाजल और तिल मिलाकर स्नान करने की परंपरा है और इस दिन में दान पुण्य का विशेष महत्व माना गया है वहीं तीर्थ स्नान एवं गंगा स्नान करना चाहिए जरूरतमंदों को दान भी देना चाहिए इससे पापों से मुक्ति भी मिलती है.