उखाड़ फेकें FASTtag.! सरकार ने बदल दिए नियम..!

Satellite Toll System: एक जमाना ऐसा भी था जब टोल प्लाजा से कोई गुजरा था तो कैश में पैसे दिया करता था. लेकिन फिर मोदी सरकार ने फास्टटैग की सुविधा लोगों के लिए जारी कर दी और अब सरकार लोकसभा चुनाव से पहले टोल टैक्स कनेक्शन प्रणाली में एक और बड़ा फेरबदल करने की तैयारी में लगी हुई है जानकारी तो ऐसी आ रही है कि सरकार सभी टोल प्लाजा हटाकर सैटेलाइट आधारित टोल कलेक्शन प्रणाली शुरू कर सकते हैं.

जी हां सैटेलाइट टोल सिस्टम (Satellite Toll System) के आ जाने से कहीं ना कहीं फायदा आम जनता को होने वाला है ऐसे में गाड़ी चालकों को कहीं पर भी रुकने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी इसी के साथ एंट्री और एग्जिट पर भी गाड़ियों के नंबर प्लेट की तस्वीर खींची जाएगी और नई सिस्टम के आ जाने के बाद तो लोगों को केवल उतनी ही दूरी का पैसा देना पड़ेगा जितनी दूरी अपने हाईवे के माध्यम से पूरी की है.

कैसे कटेगा अब टोल टैक्स

ऐसे में हर किसी के सवाल मन में आ ही रहा होगा कि आखिरकार टोल प्लाजा ही हटा दिया जाएगा तो टोल टैक्स कैसे लिया जाएगा हम आपको बता दें की सेटेलाइट टोल सिस्टम आने के बाद यह सभी पैसा आपके बैंक अकाउंट से ऑटोमेटेकली काट लिया जाएगा। ऐसे में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने हाल ही में राज्यसभा में इस बारे में पूरी जानकारी विधि है कि जल्द ही सैटेलाइट बेस्ड टोल सिस्टम को लाने की तैयारी चल रही है और इस टेक्नोलॉजी को लागू करने के लिए नही एक अधिकारी ने भी बताया है कि गुरुग्राम और दिल्ली में इसकी टेस्टिंग हो चुकी है और बेंगलुरु में जल्द ट्रायल शुरू किया जाएगा।

Satellite Toll System कैसे करेगा काम

दरअसल मिल नहीं जानकारी के अनुसार तो ग्लोबल नेवीगेशन सेटेलाइट सिस्टम के माध्यम से नष्ट करने वाले हर एक वाहन में ऑन बोर्ड यूनिट को लगाना पड़ेगा और यह डिवाइस सेटेलाइट से लिंक किया जाएगा। ऐसे में ऑन बोर्ड यूनिट ठीक वाहन ट्रैकिंग सिस्टम की तरह ही होता है और इसे कुछ वाहनों के लिए अनिवार्य किया जाएगा खास तौर पर उन वहां के लिए जो खतरनाक रसायन लेकर आते जाते रहते हैं.