
राष्ट्रीय संशोधन बिल के बाद अब राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर की त्यारी पूरी हो चुकी हैं. देश के गृहमंत्री अमित शाह ने ब्यान दिया हैं की, “मानकर चलिए NRC आने वाला है.” ऐसे में मीडिया और राजनेता भले ही अफवाहें फैला कर अपनी रोटियां सेंक रहे हों लेकिन हम आपको बताएंगे की आखिर कैसे आप खुद को एनआरसी की वेरिफिकेशन में बचा सकते हैं.
फिलहाल असम में यह कानून बनाया गया था की 25 मार्च 1971 से पहले असम में रह रहे सभी लोग भारतीय नागरिक हैं. लेकिन जब पुरे देश में एनआरसी लागू होगी तो इससे जुडी तारिख कुछ और भी हो सकती हैं.
इसके बावजूद देश के गृहमंत्री अमित शाह ने ब्यान दिया है की देश में जितने भी शरणार्थी हैं वो घबराएं नहीं, लेकिन अवैथ रूप से भारत में घुसने वालों को हम छोड़ेंगे नहीं इसी मुद्दे पर उन्होंने संसद में ब्यान दिया था की, “जो हिन्दू, बौद्ध, सिख, पारसी, इसाई और जैन पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान में धार्मिक प्रताड़ना के शिकार हैं और इस हालत में वे भारत आते हैं तो शरणार्थी कहलाएंगे, ऐसे लोगों को नागरिकता संशोधन के तहत भारत की नागरिकता दी जाएगी. जबकि वे लोग जो बांग्लादेश की सीमा से भारत में घुसते हैं, चोरी-छुपे आते हैं वे घुसपैठिए कहे जाएंगे.”
फिलहाल सूत्रों की माने तो जब पुरे देश में एनआरसी लागू होगी तो आपके पास 1951 से पहले के डाक्यूमेंट्स होने जरूरी होंगे. अगर किसी कारण वर्ष किसी के पास ऐसे में डॉक्यूमेंट नहीं हुए तो वो या तो इन डाक्यूमेंट्स को बनवा ले या फिर अगर कोई गैर मुस्लिम हुआ तो उसे भारत की नागरिकता का प्रमाण पत्र हासिल हो जाएगा.

अगर हम दस्तावेजों की बात करें तो इसके लिए दो तरह के दस्तावेजों की लिस्ट A और लिस्ट B में जारी की गयी हैं, इस लिस्ट में क्या अंतर है निचे लिखा हैं…
- 1. 25 मार्च 1971 तक इलेक्ट्रोल रोल
2. 1951 का एनआरसी
3. किरायेदारी के रिकॉर्ड
4. सिटीजनशिप सर्टिफिकेट
5. रेजिडेंट सर्टिफिकेट
6. पासपोर्ट
7. बैंक और LIC डॉक्युमेंट्स
8. परमानेंट रेजिडेंट सर्टिफिकेट
9. एजुकेशन सर्टिफिकेट एंड कोर्ट ऑर्डर रिकॉर्ड
10. रिफ्यूजी रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट
लिस्ट B में शामिल मुख्य डॉक्युमेंट्स
- 11. लैंड डॉक्युमेंट्स (Land Document)
12. बोर्ड यूनिवर्सिटी सर्टिफिकेट
13. बर्थ सर्टिफिकेट
14. बैंक, पोस्ट ऑफिश्यिल सर्टिफिकेट
15. राशन कार्ड
16. वोटर लिस्ट में नाम
17. कानूनी रूप से स्वीकार्य अन्य डॉक्युमेंट्स