
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने नागरिकता संशोधन कानून को लेकर उत्तर प्रदेश की विधान सभा में कल 27 फरवरी को साफ़ चेतावनी देते हुए कहा है की, अगर कोई व्यक्ति कयामत लाने के बारे में सोच रहा हैं तो वो दिन उत्तर प्रदेश में कभी भी नहीं आएगा.
आपको बता दें की नागरिकता संशोधन कानून को वापिस लेने के लिए मुस्लिम समाज लगातार सरकार पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहा हैं, बुद्धिहीन मुस्लिम समाज बिना सोचे-समझे-विचारे बस बिरयानी और पैसों के लालच में सड़कों पर उतर आया हैं.
मुस्लिमों को भड़काने के लिए वामपंथी पत्रकार, बॉलीवुड की कुछ जानी मानी हस्तियां, वामपंथी छात्रों और राजनेताओं ने भी इस कानून के खिलाफ बहुत अधिक डर मुस्लिम समाज के जेहन में बैठाने की कोशिश की हैं. परिणाम स्वरूप दिल्ली में दंगा हुआ, 40 से ज्यादा सरकारी आंकड़ों में लोगों की मौत हो चुकी हैं.
सोशल मीडिया पर लगातार अफवाहें फैलाई जा रही हैं की दिल्ली तो शुरुआत है उत्तर प्रदेश और फिर पूरा देश बाकी हैं. इसपर योगी आदित्यनाथ जी ने साफ़ बयान देते हुए कहा है की, “ये बात नोट कर लें कि कयामत का दिन कभी नहीं आएगा. अगर आप ये सोचते हैं कि कानून को बंधक बनाकर रख देंगे तो ये कभी नहीं हो पाएगा. हम सुरक्षा सबको देंगे.”
अब यह बात तो मानवाधिकार और विपक्ष अच्छी तरह से जनता ही है की योगी आदित्यनाथ लोगों को सुरक्षा कैसे देते हैं. दंगा होने की सूरत में उत्तर प्रदेश की पुलिस को सख्त और साफ कहा जाता है की दंगाई को देखते ही गोली मार दीजिये. हम आप पर कोई कार्यवाही नहीं होने देंगे, नतीजा दो-चार दंगाइयों के कुत्ते की मौत मरने के साथ ही दंगा शांत हो जाता हैं.
"ये बात नोट कर लें कि कयामत का दिन कभी नहीं आएगा"
"अगर आप ये सोचते हैं कि कानून को बंधक बनाकर रख देंगे तो ये कभी नहीं हो पाएगा"
"हम सुरक्षा सबको देंगे"@myogiadityanath जी का दो टूक सन्देश pic.twitter.com/b6ng02YTcg— Sushant Sinha (@SushantBSinha) February 28, 2020
दंगे में मरना अलग बात हैं लेकिन योगी जी उनको भी नहीं छोड़ते जो दंगे में पुलिस की गोली से बच जाते हैं. योगी जी ने साफ़ हिदायत दे रखी हैं की अगर कोई व्यक्ति सरकारी सम्पति को नुक्सान पहुंचता पाया जाता हैं तो उस व्यक्ति की ज़ायदाद की कुर्की करके नुक्सान की भरपाई की जाये. इन सख्त कानूनों का नतीजा यह रहा की 2 करोड़ की दिल्ली से ज्यादा 22 करोड़ की आबादी वाला राज्य इस वक़्त ज्यादा सुरक्षित हैं, जो कभी दंगों में सबसे ज्यादा प्रभावित रहा करता था.