
नरेंद्र मोदी जी ने कल एक रैली में देश वासियों को इशारा देते हुए कहा था की यह जो देश में आगजनी कर रहें हैं, उनके कपड़ों से आप पहचान सकते हैं की वह कौन लोग हैं. दरअसल जब से नागरिकता संशोधन बिल देश में पास हुआ है, तब से ही प्रदर्शन के नाम पर सरकारी और निजी सम्पतियों को मुसलमान निशाना बना रहे हैं.
नारा लगा रहें हैं की यह बिल गाँधी की विचार-धारा के विरुद्ध हैं और कर हिंसक प्रदर्शन रहे हैं. मतलब बिल गाँधी जी की विचारधारा के खिलाफ हैं, यह आपको पता हैं लेकिन हिंसा भी गाँधी जी की विचारधारा के खिलाफ थी यह आपको नहीं पता?
दूसरी बात यह भी अफगानिस्तान, पाकिस्तान और बांग्लादेश से आये गैर मुसलमानों को नागरिकता देने के लिए हैं, न की देश में रह रहे मुसलमानों को देश से बाहर निकालने के लिए. फिर भी विपक्षी पार्टीयाँ इस बिल को इस्लाम विरोधी बता रही हैं.
हां इस बिल में मुसलमानों को नागरिकता देने की बात नहीं की गयी लेकिन इसका एक मात्र कारण यह है की उन मुसलमानों को नागरिकता ही नहीं हमने देश दिया था पूरा का पूरा. अब उन मुसलमानों को अगर अपना देश पसंद नहीं आ रहा इसमें भारत की सरकार क्या कर सकती हैं? जब उनको इस्लामिक मुल्क नहीं पसंद आ रहा तो लोकतान्त्रिक मुल्क कहाँ से पसंद आएगा?
ऐसे में वो लोग दुबारा नए राष्ट्र की मांग नहीं करेंगे? इसीलिए इस बिल में मुसलमान शब्द नहीं जोड़ा गया था. बात रही एनआरसी की तो जो मुसलमान देश में बंटवारे के वक़्त देश में ही रह रहे थे उनको तो देश से बाहर नहीं किया जा रहा. बाहर तो उनको किया जाएगा जो लोग घुसपैठियों की तरह अपना देश छोड़कर भारत में रहने लगे थे.
ऐसे में देश के मुसलमानों द्वारा उन गद्दार मुसलमानों का साथ देना, जिन गद्दार मुसलमानों ने देश के बंटवारे के वक़्त मुस्लिम लीग को वोट किया था. यह अपने आप में एक सवालिया निशान है उन मुसलमानों पर जो खुद को देशभक्त कह रहें हैं और संविधान की दुहाई दे रहें हैं.
कल मोदी ने कहा – आग लगाने वाले कौन हैं, उनके कपड़ो से ही पता चल जाता हैं
और आज वो नंगे हो गए ? pic.twitter.com/TB8o9P5waE
— Kapil Mishra (@KapilMishra_IND) December 16, 2019
इसी पर आज आम आदमी पार्टी से भारतीय जनता पार्टी में आए कपिल मिश्रा ने भी ट्वीट करते हुए लिखा की, “कल मोदी ने कहा – आग लगाने वाले कौन हैं, उनके कपड़ो से ही पता चल जाता हैं और आज वो नंगे हो गए.”