मेजर सुरेंद्र पूनिया ने बताया क्या होता अगर सोनभद्र में सोने का पता कांग्रेस राज में चलता, लोगों ने भी कांग्रेस पर कसे तंज़

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जैसा की हम सब जानते है उत्तर प्रदेश की धरती ने सोना उगलना शुरू कर दिया हैं, भारत एक बार फिर से सोने की चिड़िया कहलाने के लायक हो गया हैं. ऐसा इसलिए भी हैं क्योंकि भारत की सरकार के पास जितना सोना मजूद हैं, उससे लगभग चार गुना ज्यादा सोना उत्तर प्रदेश के सोनभद्र की पहाड़ियों में मिला हैं.

सोना मिलने के साथ सोशल मीडिया पर राजनितिक दल एक दूसरे पर तंज़ कस्ते हुए नज़र आ रहे हैं. जैसे आज सुधांशु त्रिवेदी ने ABP News में ओवैसी से बहस के दौरान कहा की, राम मंदिर के बनने का रास्ता साफ़ होने के बाद भारत को यह सोने की खान मिली हैं.

उधर मेजर सुरेंद्र पूनिया ने भी कांग्रेस सरकार पर तंज़ कस्ते हुए आज एक ट्वीट किया हैं और उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा हैं की, “UP के सोनभद्र में 3350 टन के लगभग सोने की खान मिली है. ज़रा सोचिये अगर आज मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ और प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ना होते और दोनों जगह इटली वालों की सरकार होती तो अभी तक ‘जीजा’ जी के नाम उस पहाड़ी के पट्टे कट जाते.”

अगर आपको यह तंज़ समझ नहीं आया तो आपको बता देते हैं, मेजर सुरेंद्र पूनिया का कहना हैं की अगर यह सोने की खान कांग्रेस के राज में मिलती तो सोने की खबर को दबा दिया जाता, उसके बाद पहाड़ी पर प्लाट कटिंग शुरू होती और उसे रोबर्ट वाड्रा की कंपनी कौड़ियों के भाव में खरीद लेती.

वहीँ कुछ लोगों का कहना हैं की, सोनभद्र की जमीन के निचे क्या था वह कांग्रेस सरकार को पहले से पता था. ट्विटर यूजर हरिनिवास सिंह लिखते हैं की, “कहीं सोनभद्र का जमीन घोटाला कांग्रेसियो ने इसी सोने के लिए तो नहीं किया था? खबरों के अनुसार कई ग्रामीणों की हत्या हुई थी. प्रियंका गांधी भी वहां गई थी, धरना प्रदर्शन करने.”

वहीँ कुछ लोगों ने राहुल गाँधी के आलू वाले बयान पर भी तंज़ कसा हैं जिसमे एक ट्विटर यूजर सुषमा ने लिखा हैं की, “गलत बात सर, कुछ साल पहले राहुल ने वहां आलू बोए थे. अब जब वो सोना बन गए तो ये हिंदूवादी नेता मासूम पप्पू की फसल लूटना चाहते है.”

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