दिल्ली में लॉक डाउन के बीच सरकार के मंत्री इसे तोड़ मरोड़ कर पेश करते दिखे। दिल्ली के सदर बाज़ार का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें अरविंद केजरीवाल सरकार में मंत्री रहे इमरान हुसैन लॉकडाउन नियमों का उल्लंघन करते और पुलिस के साथ टकराव करते नज़र आते हैं। हुसैन बल्लीरमन से विधायक हैं। दरअसल, वह अपने कार्यकर्ताओं के साथ वाहनों के काफिले में चल रहे थे। जब एसएचओ अशोक कुमार ने आपत्ति जताई, तो मंत्री भड़क गए।
इमरान हुसैन ने लॉक डाउन में दिल्ली पुलिस के साथ बहस की
मंत्री के साथ-साथ वहां मौजूद लोगों ने भी पुलिस के साथ बहस की। जब पुलिस ने उन्हें अपना काम करने देने के लिए कहा, तो मंत्री ने कहा कि वे किसी के काम में हस्तक्षेप नहीं कर रहे हैं। पुलिस ने मंत्री को यह भी आश्वस्त किया कि वह एक मंत्री है, अपना काम करें लेकिन पुलिस के काम में हस्तक्षेप न करें। पुलिस ने इस तथ्य पर आपत्ति जताई कि मंत्री बड़ी संख्या में अपने समर्थकों के साथ घूम रहे थे। पुलिस ने उनसे पूछा कि आप कितने लोगों के साथ यात्रा कर रहे हैं?
AAP MLA Imran Hussain gets into verbal spat with Delhi Police personnel after he was asked to not form a gathering. Cops confront him and ask him to disperse. Happened in Sadar Bazar. #SocialDistancing pic.twitter.com/NNthYq0D6D
— Raj Shekhar Jha (@rajshekharTOI) April 27, 2020
पुलिस इस मामले में इमरान हुसैन के खिलाफ कार्रवाई करने जा रही है। उनकी पुलिस से नोकझोंक का वीडियो भी वायरल हुआ, जो सोमवार (27 अप्रैल, 2020) शाम 6 बजे है। हुसैन पर सामाजिक गड़बड़ी का पालन नहीं करने और पुलिस के काम में बाधा डालने का आरोप लगाया जा सकता है। मंत्री जी जहां से गुजर रहे थे, वहां लोगों की भीड़ थी। वह दिल्ली सरकार में खाद्य और नागरिक आपूर्ति विभाग के मंत्री हैं।
इमरान हुसैन पहले से ही विवादित रहे हैं
कहा जा रहा है कि मंत्री के साथ 25 लोगों का काफिला था, जिन्हें वह साथ ले जा रहे थे। आपको बता दें कि इमरान हुसैन जुलाई 2019 में दिल्ली सरकार के सबसे विवादित चेहरों में से एक हैं। चांदनी चौक के हौजकाजी के एक मंदिर में पत्थर फेंकने और तोड़फोड़ करने वाले मुस्लिम आम आदमी पार्टी के विधायक इमरान हुसैन के समर्थन में आए थे।
इस घटना के दौरान मूर्तियों को खंडित कर दिया गया और मुसलमानों ने अल्लाहु अकबर के नारे भी लगाए। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, विधायक हुसैन भी इस सांप्रदायिक भीड़ के समर्थन में मौके पर पहुंचे। अगस्त 2019 में, जब विधायक पंकज पुष्कर के साथ राशन की दुकानों की जांच करने गए, तो विधायक के साथ ही लड़ाई की खबर थी। राशन दुकानदार और उनके परिवार उनसे लड़ने लगे।