
एक बड़ी खबर इस वक़्त उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद जिले से आ रही है बताया जा रहा है की शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद मुसलमानों ने हिंसक प्रदर्शन किया. गौरतलब यह था की उस वक़्त कॉन्स्टेबल विजेंद्र कुमार ने बुलेट प्रूफ जैकेट पहना हुआ था.
अगर यह बुलेट प्रूफ जैकेट उनके पास न होती तो आज शायद वो इस दुनिया में ही न होते, मुस्लिम समुदाय की भीड़ में से किसी ने गोली चला दी जो उनके सीधा सीने पर आकर लगी. लेकिन बुलेट प्रूफ जैकेट ने गोली को उनके सीने के अंदर घुस नहीं पाई.
लेकिन इसमें एक बड़ा रोल अदा किया उनके अपने पर्स ने, क्योंकि बुलेट प्रूफ जैकेट के पीछे उन्होंने ठंड से बचने के लिए एक और जैकेट पहनी हुई थी, उस जैकेट में उन्होंने अपना पर्स रखा हुआ था जिसमे कुछ सिक्के मजूद थे.
गोली की रफ़्तार कम करने असली काम किया बुलेट प्रूफ जैकेट ने जिसके बाद गोली सिक्को से टकरा कर रुक गयी. हालाँकि कांस्टेबल का कहना है की, जेब में पड़ी शिवजी की फोटो ने ही उनकी जान की रक्षा की हैं. विजेंद्र ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया है की, “यह मेरा दूसरा जीवन है. मैं भगवान का शुक्रगुजार हूँ. कल विरोध-प्रदर्शन के दौरान यह गोली लगी थी. मुझे वास्तव में ऐसा लग रहा है कि यह मेरा दूसरा जीवन है.”
घटना की जानकारी देते हुए उन्होंने आगे बताया की, “भारी पथराव और फायरिंग के बीच मुझे हिंसक भीड़ को रोकना था. इसी दौरान एक गोली मेरे सीने की तरफ आई. मेरी बुलेटप्रूफ जैकेट तो इससे नहीं बचा पाई, लेकिन मेरा पर्स जिसमें मैंने भगवान शिव की तस्वीर रखी थी ने बचा लिया.”
आपको बता दें की विजेंद्र कुमार फिरोजाबाद एसपी के एस्कॉर्ट का हिस्सा थे और एसपी सचिंद्र पटेल ने कहा की, “विजेंद्र कुमार भाग्यशाली थे, वो बाल-बाल बच गए. हिंसक भीड़ पुलिसवालों पर फायरिंग कर रही थी. थानाध्यक्ष, सब इंस्पेक्टर और कॉन्स्टेबल सहित 40 पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं.”
Firozabad: Narrow escape for Police Constable Vijendra Kumar after a bullet pierced his bullet proof vest and got stuck in his wallet that was kept in his jacket's front pocket. He says 'It happened yesterday during the protests, I really feel like this is my second life.' pic.twitter.com/XlnkXqZX61
— ANI UP (@ANINewsUP) December 22, 2019
नागरिकता संशोधन कानून को लेकर उत्तर प्रदेश में हुए अभी तक के हिंसक प्रदर्शन के चलते 50 लोगों की दुकाने सील कर दी गयी हैं, तय वक़्त पर हर्ज़ाना भरेंगे तो ठीक नहीं तो उनकी दुकानों को नीलाम कर दिया जाएगा. वहीं 10 से अधिक मुसलमान मारे जा चुके हैं और सीएम योगी आदित्यनाथ ने साफ़ कर दिया जैसे मर्जी कार्यवाही करो बस हिंसक प्रदर्शन बंद होना चाहिए सरकार तरफ से किसी पुलिस वाले पर जांच के आदेश जारी नहीं होंगे.