
बीजेपी सांसद साक्षी महाराज ने नागरिकता संशोधन कानून को लेकर देश की अन्य विपक्षी पार्टियों पर निशाना साधा हैं. देश भर में विपक्षी पार्टियां यह भ्रम फैलाने में लगी हैं की बीजेपी मुसलमानों को देश से बाहर निकालने वाली हैं, बीजेपी देश में मुसलमानों को नागरिकता नहीं देगी आदि आदि…
लेकिन सच तो यह है की नागरिकता संशोधन कानून केवल और केवल पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से आये गैर मुस्लिम शरणार्थियों के लिए आया हैं. 2014 से भारत में रह रहे सभी शरणार्थियों को भारतीय नागरिकता हासिल हो जाएगी.
बात करें उस झूठ की जिसमे विपक्ष हंगामा खड़ा करने की कोशिश कर रही है की अब किसी भी मुस्लिम को भारतीय नागरिकता नहीं मिलेगी वो बिलकुल झूठ हैं. पाकिस्तान गायक अदनान सामी की तरह नियमों का पालन करके कोई भी मुस्लिम किसी भी देश से भारत की नागरिकता हासिल कर सकता हैं.
अब क्योंकि बांग्लादेश, अफगानिस्तान और पाकिस्तान में मुस्लिम अल्पसंख्यक नहीं होते इसलिए उनका नाम नागरिकता संशोधन कानून में नहीं हैं. बात रही शरणार्थी और घुसपैठियों में फर्क की तो शरणार्थी का पूरा बायोडाटा सरकार के पास होता हैं, वो कौन हैं, क्या हैं और सबसे जरूरी किस जगह पर हैं.
घुसपैठिया की कोई खबर सरकार के पास नहीं होती, हो सकता हैं वो आतंकी हो, जासूस हो, गुंडा हो, हत्यारा हो, बलात्कारी हो ऐसे में इसलिए इन घुसपैठियों को देश से बाहर निकालने की बात अमित शाह करते हैं और अगर वो नार्मल सिर्फ एक इंसान है तो उससे आग्रह किया जायेगा की वो अपने देश जाये और कानूनी प्रक्रिया के साथ भारत आये.
खैर देश में बहुत ज्यादा हंगामा हुआ झूठ फैलाने में विपक्षी पार्टियां कामयाब रही और बीजेपी को झारखण्ड गंवाना पड़ा. अब साक्षी महाराज ने उन्नाव में सोमवार को भारतीय जनता पार्टी के कार्यालय में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए ब्यान दिया हैं की, “देश में 4 औरतें 40 बच्चे नहीं चलेंगे, नहीं चलेंगे… नहीं चलेंगे. हम जनसंख्या रोकने के लिए कानून लेकर आएंगे. हम दो हमारे दो तो सबके दो. जनसंख्या रोकने का कानून 2024 से पहले आएगा.”

उन्होंने CAA की प्रशंसा करते हुए कहा की, “हम अकेले हिंदुस्तान की रक्षा कर लेंगे इसलिए जनसंख्या रोकने का भी कानून 2024 से पहले लाना होगा. नागरिकता संशोधन कानून की जितनी प्रशंसा की जाए उतनी कम है, मैं दिल से इसका स्वागत करता हूं. यह धर्म के आधार पर नहीं है.”
उन्होंने अमित शाह की तरह घुसपैठिये शब्द का इस्तेमाल करते हुए कहा है की, “घुसपैठियों को तो बाहर जाना ही पड़ेगा. घुसपैठिए जो भी हैं, वापस जाएंगे इसीलिए कानून लेकर आए हैं.” जब भी बीजेपी देश से किसी नागरिक को बाहर निकालने की बात करती हैं वह ‘घुसपैठिया’ शब्द का प्रयोग करती हैं न की नागरिक या शरणार्थी का.