
छुट्टी लेने के लिए बच्चे अक्सर अपनी दादी, नानी, या फिर अन्य प्रियजन की मृत्यु का बहाना बना देते हैं, या फिर किसी न किसी की शादी का बहाना बना देते हैं. लेकिन दिल्ली के छात्रों ने छुट्टी के लिए जो कदम उठाया उसको सुनकर आप हैरान और परेशान हो जायेंगे.
बताया जा रहा है की सेक्टर-12 स्थित राजकीय इंटर कॉलेज के 2 छात्रों ने डीएम की एक पुरानी पोस्ट को एडिट करके उसे दुबारा से सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया. इसके लिए उन्होंने ट्विटर पर DM साहब का एक फ़र्ज़ी अकाउंट भी बनाया.
बिना DM को खबर हुए, पुरे राज्य में 2 दिन की छुट्टी का आदेश वायरल हो गया. आखिरकार पुलिस वालों ने मामले की जांच की और दो बच्चो को हिरासत में ले लिया. पुलिस की पूछताछ के दौरान उन्होंने बताया की, “हमने प्रैक्टिकल का काम नहीं किया था, जिसके चलते 23 और 24 दिसंबर की छुट्टी का फर्जी आदेश वायरल कर दिया. जो आदेश एडिट करके वायरल किया गया वह पिछले हफ्ते का था, जब ठंड और संशोधित नागरिकता कानून के चलते स्कूलों को बंद किया.”
दोनों छात्रों को पुलिस ने फिर जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड के सामने पेश किया, जहां दोनों ने अपना जुर्म कबूल किया और फिर उन्हें बाल सुधार गृह भेज दिया गया. इन दो छात्रों के पक्ष में बाद में लगभग जीआईसी के 100 से अधिक छात्र सेक्टर-27 स्थित डीएम कैंप ऑफिस पर दोनों छात्रों को रिहा करवाने के लिए धरने पर बैठ गए.

यह सभी छात्र घंटो DM के ऑफिस के बाहर कान पकड़ कर बैठे रहे, इनका कहना था की खेल-खेल में गलती हो गयी, कृपया माफ़ कर दीजिये. इससे यह तो साफ़ था की गलती सिर्फ उन दोनों की नहीं थी बल्कि छात्रों के पुरे ग्रुप की थी और वायरल करने में शायद मदद की थी.