
देश के गृह मंत्री अमित शाह जी ने एक बड़ा ब्यान दिया है और उन्होंने कहा है की, “कांग्रेस पार्टी के नेतृत्व में टुकड़े-टुकड़े गैंग जो दिल्ली में अशांति के लिये जिम्मेदार है, इनको दंड देने का समय आ गया हैं. दिल्ली की जनता को दंड देना चाहिये.”
अमित शाह जी ने आगे कहा की, “नागरिकता संशोधन कानून को लेकर विपक्ष ने दिल्ली की जनता को गुमराह कियी और दिल्ली की शांति को भंग किया हैं. नागिरकता संशोधन बिल पर संसद के अंदर चर्चा हुई, कोई कुछ बोलने को तैयार नहीं था, इधर-उधर की बातें करते थे. बाहर निकलते ही विपक्षी पार्टियों ने इसमें भ्रम फैलाना शुरू किया और दिल्ली को अशांत किया.”
अमित शाह जी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल पर भी निशाना साधा माना जा रहा है की यह निशाना दिल्ली में अवैध कॉलोनियों को वैध करने और प्रधानमंत्री आवास योजना का श्रेय लेने के ऊपर कसा एक तंज़ हैं, जिसमे उन्होंने कहा है की, “दिल्ली के मुख्यमंत्री श्री केजरीवाल नई नई चीजें करते रहते हैं. उन्होंने एक नई शुरुआत की है, उनका सिद्धांत है कि सोचना भी क्यों? बजट भी क्यों देना? भूमि पूजन भी क्यों करना? उद्घाटन भी क्यों करना? किसी और का किया कराया काम पर बस अपने नाम का ठप्पा लगा देना है.”
अमित शाह ने जनता को कांग्रेस की कार्यशैली को लेकर भी याद दिलाया और कहा की, “कांग्रेस की सरकार इस बात के लिये मशहूर थी कि 5 साल एक सरकार कोई योजना बनाती थी, दूसरे 5 साल में दूसरी सरकार उसके लिये बजट मंजूर करती थी, तीसरे 5 साल में उसका भूमि पूजन करती थी, और अगले 5 साल में कांग्रेस सरकार उसे भूल जाती थी. कांग्रेस सरकार में काम तो होता ही नहीं था.”
ऐसे कई उदाहरण हैं जिसमे मोदी सरकार अपने पहले कार्यालय में किसी भी अधूरे काम को पूरा करने जाती तो पता चलता इसका शिलान्यास आज से एक दशक पहले हो चूका हैं. लेकिन सिर्फ शिलान्यास ही हुआ हैं, जब काम पूरा हो जाता तो कांग्रेस सामने आकर कहती अरे यह तो हमारी योजना थी हमने इसका शिलान्यास किया था. ऐसे बहुत सारे मौके थे जहां कांग्रेस ने संसद और संसद के बाहर दशकों पहले किये शिलान्यास का काम मोदी सरकार द्वारा पूरा किये जाने पर उसका श्रेय लिया करते थे.
Home Minister Amit Shah: Congress party ke netritva me tukde-tukde gang jo Dilli ke ashanti ke liye zimmedar hai, isko dand dene ka samay aa gya hai. Dilli ki janata ne dand dena chahiye. (2/2) https://t.co/fIw1D1dixB
— ANI (@ANI) December 26, 2019
2018 में लोकसभा चुनावों से ठीक पहले NRC और CAA बिल का श्रेय लेने वाले कांग्रेस नेता कह रहे हैं की नहीं यह अब मुस्लिम विरोधी हैं. संविधान खतरे में हैं, बीजेपी हिन्दू राष्ट्र बनाना चाहती हैं. यहां तक की खराब तबियत का हवाला देकर जमानत पर जेल से बाहर आये पी. चिदंबरम भी आंदोलनों का हिस्सा बनते नज़र आ रहें हैं.