
दिल्ली में जब से दंगे हुए है राजदीप सरदेसाई जैसे पत्रकार और कुछ राजनितिक दल सारा इल्जाम कपिल मिश्रा पर लगाने पर तुले हुए हैं. लेकिन क्या कपिल मिश्रा सच में गुनाहकार हैं? नहीं दरअसल कपिल मिश्रा ने केवल रास्ता खोलने को लेकर पुलिस को अल्टीमेटम दिया था.
दंगों की बात करें तो क्या मुस्लिम समाज को पता था तीन दिन बाद दंगे होंगे घरों में पेट्रोल बम रख लिए जाये? तेज़ाब रखी जाये? पत्थर रखें जाये? नहीं यह त्यारी पहले से ही थी ऐसा साफ़ जाहिर हैं. लेकिन इस घटना के लिए इंतजार हो रहा था तो पुरे विश्व की मीडिया का दिल्ली में आने का.
आपको याद होगा शरजील इमाम जिसने शाहीन बाग़ में बयान दिया था की असम को भारत से अलग करना होगा, तभी यह हमारी बात सुनेंगे? उसने कहा था अपनी बात पूरी दुनिया में लेकर जानी होगी, जिससे भारतीय सरकार पर अंतराष्ट्रीय दबाव बने. तो ट्रम्प के साथ-साथ पूरी दुनिया की मीडिया का भारत आना, इससे अच्छा मौका शायद इनके पास नहीं होता.
इस बीच कपिल मिश्रा ने आकर रास्ता खाली करने का बयान दे दिया और फिर पूरा दंगा उसके बयान के आस पास समेटने का प्लान बनाया गया. इसमें वामपंथी मीडिया भले ही पूरी कोशिश करने में लगी हो लेकिन लोगों के माने तो कपिल मिश्रा का बयान किसी भी प्रकार से भड़काऊ नहीं था.
यह दंगा पहले से सुनश्चित था, दंगा भड़काने के लिए शरजील इमाम और अमानतुल्लाह खान जैसे नेताओं के बयान काफी थे, बस इंतजार था तो सही वक़्त का और जब बलि का बकरा बनने वाला खुद आकर पुलिस को अल्टीमेटम देदे तो इससे अच्छा मौका फिर कब और कैसे मिलता.
इसी पर एक वीडियो भी वायरल हो रहा हैं जिसमे राजदीप सरदेसाई कोशिश कर रहें हैं की किसी तरह से वह लोगों से उगलवा सके की यह दंगा कपिल मिश्रा की वजह से हुआ हैं, परन्तु लोग हैं की उनकी बात को नकारते हुए उनकी पत्रकारिता की धजियां उड़ा रहें हैं.
फ्री के लालच में वोट देके फसा दिल्ली का हिन्दू,अब दिल्ली छोड़ कर भागना शुरू किया हिंदुओं ने…
हिंदुओं के लिए दिल्ली बनी कैराना..
देखिये उन परिवारों को pic.twitter.com/T3GE4eCuQ6— आनंद शंकर झा ?? (@JhaAnand14) February 27, 2020
अब हालात भी ऐसे बन चुके हैं की, जिस फ्री के चक्कर में लोग आम आदमी पार्टी को वोट डालकर उसे जितवाना चाहते थे. आज उसी आम आदमी पार्टी के पार्षद के घर से पेट्रोल बम, तेज़ाब, ईंट-पत्थर और गुलेल प्राप्त हुए हैं. जिसके बाद से दिल्ली में रह रहें गरीब हिन्दू अब दिल्ली छोड़कर कहीं और जाना चाहते हैं.