निजामुद्दीन के बाद देश में कोरोना संक्रमित की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है! लेकिन अब खबर ऐसी आ रही है कि दिल्ली के नरेला में देश का सबसे बड़ा क्वारेंटाइन केंद्र सेना को सौंप दिया गया है! इस क्वारेंटाइन केंद्र में, निजामुद्दीन मरकज के तबलीगी जमात के 932 करोना संदिग्धों को रखा गया है! यह वह स्थान है जहाँ जमैती चिकित्सा कर्मचारियों पर थूकने लगे और गंदी हरकतें करने लगे! अब भी, यहां के संदिग्ध नियमों का पालन नहीं करते हैं!
यह बताया गया है कि दिल्ली सरकार के चिकित्सा कर्मचारियों को राहत देने के लिए सेना ने दिन का प्रबंधन संभाल लिया है! सेना के प्रवक्ता कर्नल अमन आनंद ने रविवार को कहा कि अब केवल रात में दिल्ली सरकार के मेडिकल कर्मचारी शिविर की देखभाल करेंगे! सेना की 40 सदस्यीय मेडिकल टीम 1 अप्रैल से यहां तैनात की गई थी! यहां तबलीगी जमात से जुड़े 932 संदिग्धों को रखा गया है! केंद्र का निर्माण दिल्ली सरकार ने मार्च के मध्य में किया था!
यहां 1250 लोगों को रखा जा सकता है! केंद्र ने कहा- सरकार सभी हॉटस्पॉट में संदिग्धों को खोजने के लिए रणनीति बदल रही है! सेना ने 16 अप्रैल से इस क्वारेंटाइन केंद्र पर नियंत्रण कर लिया है! क्वारेंटाइन केंद्र वर्तमान में 40 कर्मचारियों को नियुक्त करता है, जिसमें 6 चिकित्सा अधिकारी और 18 पैरामेडिकल स्टाफ शामिल हैं! केंद्र में 1200 से अधिक लोग हैं, जिनमें से अधिकांश निजामुद्दीन में तब्लीगी जमात से जुड़े हुए हैं! सेना सुबह 8 से रात 8 बजे तक अपना काम देखती है जबकि बाद का काम नागरिक को सौंप दिया जाता है!