
जैसा की आप सब जानते हैं की, उत्तर-पूर्व दिल्ली में नागरिकता संशोधन कानून के प्रति कम समझ होने के कारण मुसलमानों ने दंगे भड़का दिए थे. मीडिया भले ही इन दंगों को पूरी दिल्ली से जोड़ रही हो और ऐसा माहौल बना रही हो की दंगे पूरी दिल्ली में हुए हैं, लेकिन सच तो यह हैं की दंगे केवल दिल्ली के उत्तर-पूर्व के हिस्से में हुए हैं.
दिल्ली के उत्तर-पूर्व हिस्से में दिल्ली की जनता ने जिस ताहिर हुसैन को अपने कीमती वोट देकर जिताया था, उसके घर में दंगों के दौरान एक लड़की के निज़ी वस्त्र मिले हैं और लड़की उसके घर के सामने बने नाले में, उस नाले में एक और लाश मिली वो भी ख़ुफ़िया विभाग के कर्मचारी की, जिसपर लगभग 400 से ज्यादा बार चाकू से वार किया गया था.
कई वीडियो सामने आये हैं, जिसमे आप देख सकते है की कैसे इस विधायक ताहिर हुसैन के घर के ऊपर लड़के चढ़कर पत्थर, पेट्रोल बम और तेज़ाब फेंक रहें हैं. वीडियो में उस विधायक ताहिर हुसैन को भी देखा जा सकता हैं, विधायक के घर से पत्थर, तेज़ाब, पेट्रोल बम और तेज़धार हथ्यार बरामद किये गए हैं.
इन सबके बावजूद वामपंथी मीडिया, बॉलीवुड के जाने माने लोग, मुस्लिम नेता आदि ताहिर हुसैन को बेकसूर बताने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे. लेकिन अब जांच टीमों ने अपनी कमर कस ली है और ताहिर हुसैन के सभी फ़ोन कॉल खंगाले जा रहें हैं.
इन फ़ोन कॉल की डिटेल में कुछ चौंकाने वाले तथ्य भी सामने आ रहें हैं. बताया जा रहा हैं की, ताहिर हुसैन ने खान को 56 बार, उपमुख्यमंत्री सिसोदिया ने 18 बार और मुख्यमंत्री केजरीवाल ने नौ बार फ़ोन किया था.
तो सवाल यह उठता हैं की, आखिर क्यों ताहिर हुसैन इन्हे बार-बार फ़ोन कर रहा था. आपको याद होगा ताहिर हुसैन के घर से हो रही पत्थरबाज़ी के वीडियो के साथ ही संजय सिंह का सबसे पहला बयान आया था की, वो मेरे संपर्क में थे.
ऐसे में सबसे बड़ा सवाल उठता हैं की क्या आम आदमी पार्टी के शीर्ष नेताओं को पता था, ताहिर हुसैन के घर क्या हो रहा हैं? अगर हां तो क्या आम आदमी पार्टी के शीर्ष नेता भी सज़ा के पात्र हैं? और नहीं पता था तो फिर ताहिर हुसैन ने उन्हें इतने फ़ोन क्यों किये? और संजय सिंह के साथ किस बात के संपर्क में थे?
वही दिल्ली स्टूडेंट्स ने आम आदमी पार्टी के दंगाई विधायक को लेकर किये जा रहें प्रोटेस्ट के दौरान का पुतला भी फूंका. इसके साथ ही इन छात्रों ने मांग रखी हैं की ऐसे दंगाई विधायक को जिसके ऊपर दो हत्या और एक बलात्कार का आरोप हो, उत्तर पूर्वी दिल्ली में दंगा भड़काने का मुख्य सूत्रधार हो, ऐसे विधायक को सज़ा के तौर पर फांसी होनी चाहिए.