Share Market में कुछ समय से कोहराम मचा हुआ है। महज एक हफ्ते में बाजार में निवेशकों को के करोड़ों रुपये पानी की तरह बह गए हैं। शुक्रवार को भी शेयर बाजार में बिकवाली छाई रही। आज भी बाजार लाल निशान पर बंद हुए। इतना ही नहीं, 7 दिन में 6 बार भारतीय शेयर बाजार गिरावट के साथ बंद हुए। आपको बता दें कि इस दौरान निवेशकों की करीब 19 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा बर्बाद हो गए हैं। फ्रीडा पर चौथे सीधे सत्र के लिए इक्विटी इंडेक्स ट्रस्ट हो गया। इसी तर्ज पर, व्यापक एनएसई निफ्टी 320.55 अंक गिर गया है।
क्या कहती हैं रिपोर्ट्स!
यस सिक्योरिटीज (Yes Securities) की रिपोर्ट के अनुसार, “भारतीय बाजार ( Indian Share Market) में एफआईआई प्रवाह लौट रहा है और 2022 के अंत में भारतीय इक्विटी के लिए सकारात्मक बदलाव के साथ एफआईआई प्रवाह का सबसे अच्छा आना अभी बाकी है।” रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि वैश्विक अशांति के प्रति भारत का लचीलापन इसके बेहतर प्रदर्शन में स्पष्ट रूप से प्रकट होता है। बाजार में खुदरा भागीदारी में नरमी (डीमैट खातों में कमी के कारण) से पता चलता है कि बाजार अत्यधिक गर्म क्षेत्र में नहीं है। ऐसे में रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड या आरआईएल, बैंक और आईटी सर्विसेज जैसे हैवीवेट शेयर आकर्षक नजर आ रहे हैं।
Share Market में मचा कोहराम!
दरअसल, अंतरराष्ट्रीय बाजारों में चल रहे उतार-चढ़ाव के बीच भारतीय शेयर बाजार में कोहराम मच गया है। दुनिया भर के केंद्रीय बैंकों ने मंदी की आहट के बीच सख्ती दिखाना शुरू कर दिया है। इसके अलावा, चीन-जापान सहित कई देशों में कोरोना ने कहर बरपाना शुरू कर दिया है। एक बार फिर बाजार की हालत खस्ती हो गई है। शेयर बाजार में लगातार गिरावट का दौर जारी है। लंबे समय से गिरावट के दौर को खत्म कर हाल ही में पटरी पर आए शेयर बाजार ने एक बार फिर चाल बदल ली है। 23 दिसंबर को शेयर बाजार के निवेशकों के लगभग 8.26 लाख करोड़ रुपये का घाटा लगा है। इस हफ्ते के आखरी कारोबारी दिन शुक्रवार को बीएसई की सभी कंपनियों का मार्केट कैप गिरकर 272.29 करोड़ रुपये पर आ गया है।