
जैसा की आपको पता होगा अमेरिका अफगानिस्तान से अपनी सेना को वापिस बुलाना चाहता हैं और युद्ध को समाप्त करके शांति कायम करना चाहता हैं. अफगानिस्तान के तालिबान के साथ हुए समझौते को लेकर अमेरिका के राष्ट्रपति ने एक चेतावनी भी जारी की हैं.
दरअसल पूरी दुनिया को फ़िक्र हैं की, अमेरिका जैसे ही अपनी सेना को वापिस बुलाएगा अफगानिस्तान फिर से तालिबानियों के कब्ज़े में आ जायेगा, जिसका नतीजा यह होगा की पूरी दुनिया में फिर से आतंकवाद अपने पैर जमाने लगेगा.
अब इसी को देखते हुए डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा है की, “अगर समझौते को लागू करने में किसी तरह की गड़बड़ी की गई, तो फिर ‘अमेरिका, अफगानिस्तान में इतनी बड़ी फौज भेजेगा जितनी बड़ी कभी किसी ने देखी नहीं होगी.”
उन्होंने अपने भाषण में इस समझौते पर ख़ुशी भी जाहिर की और कहा की, “हम बहुत जल्द तालिबान के नेताओं से मुलाकात करेंगे. अमेरिकी फौज को भी वापस बुलाना शुरू कर देंगे. यह समय अमेरिकी फौजियों को अफगानिस्तान से वापस लाने का है. मई तक पांच हजार अमेरिकी फौजी स्वदेश वापस आ जाएंगे.”
आपको बता दें की यह समझौता कतर के दोहा में हुआ हैं और इस समझौते के तहत कहा गया हैं की, तालिबान के सहयोग से अलकायदा व इस्लामिक स्टेट जैसे आतंकवादी संगठनों में अब किसी भी प्रकार की नई भर्तियों और इनके लिए धन एकत्र करने पर पूरी तरह से लगाम लगाई जाएगी.

बदले में अमेरिका अपनी फौजें चरणबद्ध तरीके से अगले 14 महीने में पूरी तरह से वापिस बुला लेगा. इस समझौते के तहत अफगानिस्तान में किसी भी प्रकार का कोई भी आतंकी घटनाकर्म नहीं होगा, अन्यथा अमेरिका अपनी पूरी ताक़त के साथ अफगानिस्तान को कब्रिस्तान बनाने के लिए अपनी फौजें उतार देगा.