
दक्षिणपंथी नेता संभाजी भिड़े ने अपने एक बयान से मीडिया और सोशल मीडिया पर तहलका मचा दिया हैं. राष्ट्रीय नागरिकता कानून का समर्थन करते हुए संभाजी भिड़े ने सरकार की प्रशंसा की हैं. उन्होंने अपने बयान में राष्ट्रवाद मुद्दे पर हिंदू समाज नपुंसक कहा और भारत में मुसलमानों से राष्ट्रवाद की उम्मीद करना वालों को ‘बेवकूफ’ कहा.
आपको बता दें की उन्होंने यह बयान पश्चिमी महाराष्ट्र के सांगली में दिया हैं. उनका कहना हैं की, “राष्ट्रवाद की बात आने पर हिंदू समाज सौ प्रतिशत नपुंसक हो जाता है. जैसे नपुसंक आदमी को बच्चा नहीं हो सकता, उसी तरह राष्ट्रहित की बात आने पर हिंदू समाज यही रवैया दिखाता है. राष्ट्रहित के बारे में हममें समझ की कमी है.”
राष्ट्रिय नागरिकता कानून को उन्होंने विपक्षी पार्टियों की निंदा करते हुए कहा हैं की, “संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) भारतीयों को जोड़ता है, जबकि कुछ लोग इसके बारे में भ्रम फैला रहे हैं. दुनिया भर में 187 देशों में इसी तरह का कानून चलता है तो भारत में ऐसा कानून क्यों नहीं होना चाहिए?”
हिन्दुवों और मुसलमानों के बीच राष्ट्रवाद का अंतर बताते हुए उन्होंने कहा की, “हिंदू सीएए को लेकर बहुत इच्छुक नहीं दिखते हैं. हालांकि अधिकतर मुसलमान जो पहले मूल रूप से हिंदू थे, वे सीएए का विरोध कर रहे हैं. भारत में मुस्लिमों से राष्ट्रवाद की अपेक्षा करना बेवकूफी है. भारतीय आत्मकेंद्रित लोग होते हैं. वे इस देश की भलाई समझ ही नहीं पाते हैं. यह नया नागरिकता कानून हमारे देश के लिए बहुत अच्छा है.”

आपको बता दें की संभाजी भिड़े पर कथित रूप से साल 2018 के भीमा कोरेगांव हिंसा मामले में आरोपित तय किये गए हैं. मामले अभी कोर्ट में चल रहा हैं, लेकिन कुछ वामपंथी मीडिया इन्हे कोर्ट का फैसला आने से पहले ही आरोपी घोसित करने में लगी हैं.