
तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद के लोगों को जैसे ही इस बात का पता चला की मोहम्मद आरिफ, नवीन, चिंताकुंता केशावुलू और शिवा को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में रखा गया है. लोगों ने उस थाने को घेरना शुरू कर दिया. भीड़ एक-एक पल में बढ़ती जा रही थी.
‘हमें न्याय दो’ का नारा लगाते हुए लोगों ने पुलिस थाने के अंदर भी घुसने की कोशिश की. पुलिस ने शांतिमय तरीके से लोगों को शान्ति बनाये रखने के लिए कहा. इस भीड़ में ज्यादा तर महिलाएं थी, ऐसा लग रहा था की यह आज के आज ऑन द स्पॉट न्याय लेकर मानेंगे.
आपको बता दें की आरोपियों ने अपना गुनाह कबूल लिया है, चारों आरोपियों में से एक की माँ ने भी फांसी की सज़ा दिए जाने का समर्थन किया है. लेकिन देश का दुर्भाग्य है की आरोपियों ने जब अपना गुनाह खुद कबूल कर लिया फिर भी उनपर मुकदमा चलेगा और कोर्ट द्वारा सज़ा सुनाई जाएगी. ऐसे में कोर्ट द्वारा अगर फांसी का फैसला आता भी है तो फांसी कब होगी यह नहीं कहा जा सकता क्योंकि निर्भया काण्ड को भी 7 साल हो चुके है.
पुलिस ने इन चारों आरोपियों की सुरक्षा के लिए चंचलगुडा सेंट्रल जेल में शिफ्ट कर दिया हैं. कोर्ट ले जाते हुए कोई दिक्कत न आये इसीलिए शायद ट्रैफिक को रोककर इन्हे जेल ले जाया जाएगा. प्रियंका रेड्डी के साथ हुई जघन्यता पर सोशल मीडिया पर भी लोगों ने फांसी के लिए समय सीमा बनाने की अपील की है.
#WATCH: Locals hurled slippers on police after police stopped them from entering Shadnagar police station, where the accused in rape&murder case of the woman veterinary doctor, were lodged earlier today. Accused have been shifted to Chanchalguda Central Jail. #Telangana pic.twitter.com/f8nV4yLiw3
— ANI (@ANI) November 30, 2019
देश में यह कानून तो है की आरोपी को 24 घंटे के अंदर फांसी दी जाएगी लेकिन यह देश और पीड़ितों के साथ आज तक का सबसे घिनौना मज़ाक हैं. क्योंकि आज तक किसी बलात्कारी को 24 घंटे के अंदर तो छोड़िये 24 महीनों में भी फांसी नहीं दी गयी.