Policeman cremated orphaned woman: भले ही यूपी में कुछ लोग पुलिस के साथ लड़ाई जैसे घृणित कार्य कर रहे हैं, लेकिन फिर भी पुलिसकर्मी दिन-रात राज्य के लोगों की सेवा में लगे हुए हैं। उत्तर प्रदेश की सहारनपुर पुलिस ने भी लोगों का दिल जीतने का काम किया है। यहां पुलिसकर्मियों ने एक अनाथ दलित महिला की मौत पर बेटे की ड्यूटी करके अंतिम संस्कार किया। वर्दीधारी लोगों ने अंतिम यात्रा निकाली, कंधे से कंधा मिलाकर।
दिनेश कुमार की महत्वपूर्ण भूमिका
पुलिस के इस मानवीय चेहरे के पीछे, 2009 बैच के आईपीएस और जिला एसएसपी दिनेश कुमार की महत्वपूर्ण भूमिका बताई जा रही है। एसएसपी दिनेश कुमार लगातार जिले के पुलिसकर्मियों को संवेदनशीलता का पाठ पढ़ा रहे हैं। मुख्यमंत्री के सूचना प्रकोष्ठ ने भी तारीफ की जब महिला ने पुलिस को कंधे दिए थे। सूचना प्रकोष्ठ ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशों के अनुसार, बंद के दौरान पुलिस का मानवीय और संवेदनशील पक्ष उजागर हुआ है।
एसएसआई ने ली बेटे की जिम्मेदारी
मामला बड़गांव थाने के किशनपुर गांव से जुड़ा है। गाँव में एक वृद्ध दलित परिवार की मीना के पति हरिया की चार साल पहले मृत्यु हो गई थी। महिला के परिवार में कोई और नहीं बचा था। महिला कई महीनों से बीमार थी। खबर मिलने पर सहारनपुर पुलिस ने मंगलवार को मीना को नानौता के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया था। जहां इलाज के दौरान बुधवार को महिला की मौत हो गई, लेकिन अंतिम संस्कार करने वाला कोई नहीं था। जिस पर थाने के एसएसआई दीपक चौधरी, सिपाही गौरव और विनोद ने बेटे की जिम्मेदारी ली और महिला को कंधा दिया। पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से महिला का अंतिम संस्कार किया। सोशल मीडिया पर पुलिस की इस संवेदनशीलता की सराहना की जा रही है।