
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने एक ऐसा स्टेटमेंट जारी कर दिया है, जिससे भारत के कुछ मुसलमानों को विशेष तौर पर बुरा लग सकता हैं. उन्होंने कहा है की कश्मीर में धारा 370 और 35ए हटाए जाने के बाद मोदी सरकार ने नागरिकता संशोधन बिल पास कर दिया हैं.
इस कानून की वजह से भारत में रह रहे मुसलमान भारत से भाग सकते हैं. ऐसे में “शरणार्थी संकट” पैदा हो जाएगा. इस संकट से निपटने के लिए पाकिस्तान बिलकुल भी त्यार नहीं हैं. इसलिए भारत अगर अपने यहां से किसी पाकिस्तानी मुस्लिम को वापिस भेजता हैं, उसे पाकिस्तान स्वीकार नहीं करेगा.
इमरान खान ने इस पर फिर से परमाणु बम की धमकी देते हुए कहा है की, “हम चिंतित हैं कि न केवल एक शरणार्थी संकट हो सकता है, हम चिंतित हैं कि यह दो परमाणु-सशस्त्र देशों के बीच संघर्ष का कारण बन सकता है.”
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने बाकी के देशों को पाकिस्तान का साथ देने के लिए आग्रह किया हैं. इमरान खान ने कहा है की ने नागरिकता कानून के जरिए पारसी, ईसाई, हिन्दू, सिख, जैन और बौद्ध जो अफगानिस्तान, पाकिस्तान और बांग्लादेश से भारत शरणार्थी बनकर गए हैं, उनको नागरिकता देने का ऐलान कर दिया हैं.
ऐसे में जब भारत भारतीय मुस्लिमों के बीच में से अचानक अवैध तरीके से भारत पहुंचे मुसलमानों की पहचान करके उन्हें वापिस हमारे देश भेजेगा तो हम उनलोगों को कहां रखेंगे? इमरान खान ने अपने दिवालिया घोसित होने के कगार पर खड़े देश का हवाला देते हुए इन मुसलमानों को वापिस अपनाने से साफ़ तौर पर मना कर दिया हैं.
PM Imran Khan says, Pakistan won’t accept Muslim refugees from India@ImranKhanPTI https://t.co/jdcikQJpWN
— Sputnik (@SputnikInt) December 17, 2019
ऐसे में सवाल उन पत्रकारों, बॉलीवुड अदाकारों और कुछ नेताओं पर भी उठता हैं जो कहते हैं कि, भारत से ज्यादा सुख-सुविधा पाकिस्तान में मिलती हैं. वहां भेदभाव नहीं होता, जबकि पाकिस्तान की संसद ने कानून लेकर अहमदिया समाज के मुसलमानों को गैर मुस्लिम घोसित कर दिया हैं. मतलब मुस्लिम समाज के एक वर्ग को ही वो लोग मुस्लिम नहीं मानते तो जो असल में गैर मुसलमान है उनके साथ किस तरह का भाईचारा निभाते होंगे आप सोच ही सकते हैं.