
नागरिकता संशोधन बिल ट्रिपल तलाक़ के बाद सबसे विवादित बिल माना जा रहा हैं. जहां एक तरफ विपक्ष, देशद्रोही, राष्ट्रद्रोही, टुकड़े-टुकड़े गैंग, पाकिस्तानी समर्थक, मुस्लिम समर्थक, कम्युनिस्ट आदि इस बिल का विरोध करते हुए इसे इस्लाम के विरुद्ध बिल करार दिया हैं. वहीं दूसरी और बीजेपी और राष्ट्रवादी पार्टियां इस बिल को अल्पसंख्यकों के हित में बता रही हैं.
इस बिल का सबसे बड़ा फायदा बांग्लादेश, अफगानिस्तान और पाकिस्तान में रह रहे अल्पसंख्यंकों को भारत में मात्र छह साल रहने के बाद नागरिकता हासिल हो जाएगी. इसी के विपरीत इन इस्लामिक देशों से अगर कोई मुस्लिम भारत में आता है या फिर आया था तो उसे देश से बाहर निकाल दिया जाएगा.
इस पर बीजेपी का कहना है की कांग्रेस ने देश का बंटवारा धर्म के आधार पर किया था, उसके बाद यह भी कहा गया था की जो जहां रहना चाहता हैं, रह सकता हैं. लेकिन आज की स्थिति यह है की अफगानिस्तान, पाकिस्तान और बांग्लादेश में गैर मुस्लिमों की संख्या दिन प्रतिदिन कम होती जा रही हैं.
गैर मुस्लिम यानी अल्पसंख्यकों के पास किसी प्रकार की कोई सुख सुविधा मजूद नहीं है जो भारत के अल्पसंख्यकों को मिलती हैं. अब क्योंकि यह देश धर्म के आधार पर अलग हुए थे, इसलिए इन देशों में रह रहे मुसलमानों को अगर अपना देश पसंद नहीं आ रहा तो हम क्या करें?
खैर इसका विवाद अपनी जगह है और राजनितिक ब्यान अपनी जगह, लेकिन हिंदूवादी चेहरा पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ ने इस पर पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान को जबरदस्त सलाह दे डाली हैं.
I request Government's of Islamic Republic of Pakistan and Islamic Republic of Bangladesh to introduce bill like Citizenship Amendment Bill to give citizenship to Indian Muslims who are feeling insecure and unhappy… https://t.co/95K053CWxg
— Pushpendra Kulshrestha (@Pushpendraamu) December 7, 2019
पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ ने कहा है की जिस प्रकार भारत की सरकार ने अफगानिस्तान, बांग्लादेश और पाकिस्तान के अल्पसंख्यकों के लिए अपने देश के दरवाज़े खोल दिए हैं. वैसे ही अफगानिस्तान, पाकिस्तान और बांग्लादेश को भी भारत के अल्पसंख्यकों के लिए अपने देश के दरवाजे खोल देने चाहिए.
उसके बाद जिस किसी को भी भारत में कोई समस्या हो वो अपनी समस्या के साथ इन तीनों में से किसी भी देश में जाकर बस सकता हैं. उन्होंने कहा यह बिल उन मुसलमानों के लिए बहुत ही ज्यादा मददगार साबित होगा जिनको भारत में रहते हुए डर लगता हैं या फिर वो भारत की सरकार से नाखुश हैं.