दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज ने योगी सरकार की मुश्किलें बढ़ा दी हैं! तथ्य के रूप में, जानकारी मिली है कि 9 मौलाना, जो निजामुद्दीन मरकज में शामिल थे, प्रयागराज के अब्दुल्लाह मरकज में रहे! कहा जाता है कि वे सभी 17 मार्च को दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में आयोजित एक कार्यक्रम में भाग लेकर प्रयागराज के लिए रवाना हुए! जो 22 मार्च को प्रयागराज रेलवे स्टेशन के पास अब्दुल्लाह मरकज़ में रुके थे! जिसमें 7 ऐसे लोग हैं जो इंडोनेशिया के बताए जा रहे हैं! जबकि एक केरल महाराष्ट्र का निवासी है! दिल्ली के निज़ामुद्दीन मरकज़ में, कार्यक्रम में शामिल लोगों में कोरोना वायरस के मरीज़ पाए जाने के बाद देश भर में हलचल मच गई! जिसके बाद प्रयागराज के अब्दुल्ला मरकज के लोग भी मिल गए, जिन्होंने दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में आयोजित कार्यक्रम में भाग लिया था!
प्रयागराज में योगी सरकार की सख्ती
योगी सरकार की सख्ती के बाद प्रयागराज के डीएम और एसएसपी अब्दुल्ला मरकज के नेतृत्व में टीमों ने यहां छापा मारा! 9 बाहरी लोगों के अलावा, 28 ऐसे लोग भी यहां से मिले हैं, जो लंबे समय से मार्काज़ के अंदर रह रहे थे! नौ बाहरी लोग हैं जो दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में शामिल होकर प्रयागराज पहुंचे हैं! जिनमें से 7 इंडोनेशिया के हैं और एक केरल और महाराष्ट्र का है! वहीं, 9 ऐसे लोग हैं, जो तालाबंदी के बाद मरकज के अंदर ठहरे थे!
कमला नेहरू में कराया गया भर्ती
शेष 21 लोग हैं, जो मार्काज़ की देखभाल करने के अलावा, यहाँ खाना बना रहे थे! फिलहाल प्रशासन ने सभी को यहां से हटा दिया है और एंबुलेंस के जरिए कमला नेहरू के अलग वार्ड में भर्ती कराया गया है! जहां सभी जांच चल रही है और मरकज में प्रशासन को ताला ठीक से लगा है! जिला प्रशासन के अधिकारियों का कहना है कि इस जानकारी के माध्यम से यह जानकारी प्राप्त की जाएगी कि 22 तारीख से आज तक ये लोग किससे और कहां मिले हैं! ऐसे लोगों को पहचान कर अलग भी किया जाएगा! ताकि अगर किसी में भी वायरस के लक्षण पाए गए तो उसका असर रोका जा सके!
वर्तमान में, प्रयागराज के अब्दुल्ला मरकज से बड़ी संख्या में बाहरी लोगों को अलग किए जाने के बाद जिले में हलचल है! गौरतलब है कि प्रयागराज में अब तक एक भी कोरोना पॉजिटिव मरीज नहीं मिला है! जिसके कारण यहां के लोग खुद को सुरक्षित मानते थे, लेकिन प्रयागराज में एक सप्ताह से अधिक समय बिताने के बाद, दिल्ली के निज़ामुद्दीन मरकज़ से लौटे लोगों ने इस संभावना को बढ़ा दिया है कि यदि कोरोना संक्रमण की पुष्टि हो जाती है, तो वहां के लोग प्रयागराज में भी मुश्किलें आएंगी!