झारखंड के दुमका जिले में तालाबंदी के दौरान भीड़ की भीड़ के साथ मारपीट की घटना सामने आई है। यहां के काठीकुंड इलाके के झिलमिली गांव में दो युवकों को एक बकरी चोरी का आरोप लगने के बाद बेरहमी से बांध दिया गया। इनमें से एक सुमन अंसारी उर्फ सुभान मियां की मौत हो गई, जबकि दूसरा आरोपी दुलाल मिर्धा गंभीर रूप से घायल है। उन्हें दुमका मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है। एसपी अंबर लकड़ा ने इस घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि बकरी चोरी के आरोपियों के साथ-साथ कानून को हाथ में लेने वाले ग्रामीणों के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज की जाएगी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, शिकारीपाड़ा के द्वारकाहारी गाँव के 26 वर्षीय सुभान मियां और ढाका गाँव के 22 वर्षीय दुलाल मिर्धा एक किमी की दूरी पर स्थित काठीकुंड के झिलमिली गाँव गए थे। स्थानीय ग्रामीणों का आरोप है कि दोनों ने गांव के एक व्यक्ति की बकरी को ले लिया। गांव के बाहर दोनों युवक बकरी को काट रहे थे, तभी वहां से गुजर रहे झिमिली गांव के कुछ युवकों ने उन्हें देखा। युवकों ने दोनों को घेर लिया और उन्हें बकरी चोर कहकर झगड़ा करने लगे।
पेड़ से बांधकर पीटा –
हंगामा सुनकर भीड़ जमा हो गई। इसके बाद दोनों को गांव में लाकर लोगों ने उन्हें पेड़ से बांध दिया और बुरी तरह पीटा। भीड़ की पिटाई में सुभान मियां और दुलाल मिर्धा गंभीर रूप से घायल हो गए। काठीकुंड पुलिस को घटना की सूचना मिली। पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों को दुमका के काठीकुंड अस्पताल ले गई। इलाज शुरू होते ही सुभान मियां ने दम तोड़ दिया, जबकि दुलाल मिर्धा को डीएसीएच (DACH) रेफर कर दिया गया। इस घटना पर दुमका के एसपी अंबर लकड़ा ने कहा कि बकरी चोरी के आरोप में दो लोगों की पिटाई की गई है। एक की मौत हो गई है और दूसरा आदमी घायल है। इस मामले में, दो अलग-अलग एफआईआर की जा रही हैं। कानून को हाथ में लेने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।