
टॉलीवुड से बॉलीवुड तक का सफर करने तापसी पन्नू हमेशा से ही खुले अंदाज़ में बोलना पसंद करती है और उनका यह अंदाज़ उनकी ख़ूबसूरती के साथ मैच भी करता है. गोवा में चल रहे इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया में तापसी पन्नू ने दावा किया है की अभी पुरुष कलाकारों के बराबर फ़ीस लेने के लिए महिलाओं को लंबा रास्ता तय करना पड़ेगा.
मीडिया से बातचीत करते हुए तापसी ने कहा की, “बॉलीवुड में अभिनेत्रियों को जितना भुगतान किया जाता है, वह फिल्म के प्रमुख अभिनेता को किए जाने वाले भुगतान का आधा भी नहीं होता है. कई बार तो भुगतान की जाने वाली रकम एक चौथाई के बराबर भी नहीं होता है, ईमानदारी से कहूं तो उससे भी कम होता है. प्रमुख हीरो की आधी तनख्वाह ए लिस्ट की अभिनेत्रियों की महिला प्रधान फिल्मों का पूरा बजट होता है.”
इस मामले में उन्होंने आगे कहा की, “मुझे आशा है कि मेरे जीवित रहते इसमें बदलाव आएगा. ऐसा तभी होगा जब लोग महिला प्रधान फिल्मों को थियेटर में देखने जाएंगे. सिर्फ बॉक्स ऑफिस ही इसे बदल सकता है.”
इसी दौरान एक और चौंकाने वाला वाक्या हुआ जब ऑडियंस में बैठे एक व्यक्ति ने कहा की, “तापसी आप हिंदी में बात करें”. इस पर तापसी पन्नू ने कहा की, “क्या यहां हर कोई हिंदी समझता है”. इसपर वहां बैठी बाकी की तमाम ऑडियंस ने तेज़ आवाज़ में नो कहा. इसपर फिर उस व्यक्ति ने कहा की, “आपको हिंदी में बोलना चाहिए आप बॉलीवुड की अभिनेत्री हैं”.
इस बात पर तापसी पन्नू ने पलटवार करते हुए कहा की, “मैं तमिल और तेलुगु इंडस्ट्री में भी एक अभिनेत्री हूं. क्या मैं आपसे तमिल में बात करूं?” इस पर वहां बैठी ऑडियंस जोर जोर से हसने लगी और सब लोग शांत होकर बैठ गए.
From star-studded conversations to informative masterclasses, from housefull screens to crowded Children's Park, Day 4 of #IFFI2019 was interesting and eventful.
Here's a glimpse through the day:@taapsee @MIB_India @PIB_India @esg_goa @satija_amit @Chatty111Prasad #IFFI50 pic.twitter.com/ViLXIrhtF8
— IFFI 2019 (@IFFIGoa) November 24, 2019
तापसी ने फिर अपनी बात को जारी रखते हुए कहा की, “मेरे लिए उस इंडस्ट्री को छोड़ना बहुत बेवकूफी होगी. माना जाता है कि हिंदी अखिल भारतीय है, लेकिन मुझे ऐसा नहीं लगता. मैं दक्षिण में काम करना जारी रखूंगी. दक्षिण ने मुझे सिखाया है कि फिल्म-निर्माण क्या है. इसने मुझे एक अभिनेत्री बना दिया है. इसलिए मेरे पास कृतज्ञता की भावना है, जो अभी भी मेरे पास है. किसी भी समय, मैं इसे एक सफलता की सीढ़ी के रूप में इस्तेमाल कर सकती हूँ. बॉलीवुड में आने के लिए. उन्होंने (दक्षिण भारतीय फिल्मों) मुझे सिखाया कि लाइट क्या है, कैमरा क्या है. मैं इसे नहीं छोड़ सकती.”