
भारत बचाओ रैली, कांग्रेस पार्टी द्वारा आयोजित की गयी गयी रैली हैं. लेकिन इस रैली में मुख्य भाषण देने वाले राहुल गाँधी हैं जो शायद फिर एक बार अपने भाषण को ठीक से याद नहीं कर पाए. सबसे पहले रेप इन इंडिया वाले ब्यान पर राहुल गाँधी ब्यान दिया की, “मुझे संसद में बीजेपी ने सही बात बोलने के लिए माफी मांगने को कहा, मेरा नाम राहुल सावरकर नहीं, राहुल गांधी है. मैं माफी नहीं मांगूंगा.”
राहुल गाँधी ने इस रैली को सम्बोधित करते हुए कहा की, “मुकुल वासनिक कहां हैं आप? आपने छोटे से मैदान में इतने बब्बर शेर और शेरनियां कैसे इकट्ठा कर दिए. देखिये ये एक साथ प्यार से खड़े हैं. कांगेस का कार्यकर्ता किसी से नहीं डरता. एक इंच पीछे नहीं हटता. देश के लिए अपनी जान देने के लिए तैयार रहता है.” उन्होंने शायद असम की वो तस्वीर अभी नहीं देखि होगी जहां कुछ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की भीड़ पुलिस वाले को जिन्दा जलाने की कोशिश कर रही हैं.

राहुल गाँधी देश की अर्थव्यवस्था और प्याज़ों की बड़ी हुई कीमतों पर भी भाषण दिया जिसमे उन्होंने कहा की, “सबसे पहले इस देश की आत्मा इस देश की अर्थव्यवस्था थी, जो आज नहीं है. पहले दुनिया हमारी ओर देखती थी और कहती थी कि भारत में ये क्या (आर्थिक तरक्की) हो रहा है. अलग-अलग धर्मों, जातियों और विचारधारों वाला यह देश 9 फीसदी जीडीपी पर कैसे चल रहा है. चीन और भारत दुनिया का भविष्य. और ये देखिये आज ये प्याज पकड़े हुए हैं. आज प्याज 200 रुपये प्रति किलो है. पीएम मोदी ने देश की अर्थव्यवस्था को अेकेले नष्ट कर दिया.”
खैर राहुल गाँधी ने अपने भाषण में फिर से नोटबंदी और जीएसटी ऐसे 2019 लोकसभा चुनावों में फेल हो चुके मुद्दों को फिर से उठाने की कोशिश की जिसमे उन्होंने कहा की, “वे (पीएम नरेंद्र मोदी) रात को 8 बजे टीवी पर आए और कहा भइयो और बहनों 500 और 1000 रुपये का नोट रद्द करने जा रहा हूं और देश की अर्थव्यवस्था पर उन्होंने ऐसी चोट मारी, जिसके नुकसान की भरपाई आज तक नहीं हो पाई है. नोटबंदी को कालेधन और भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई बताया गया और झूठ कहा गया. माता-बहनों और युवाओं के घरों और जेब से पैसा निकाला और लाखों करोड़ रुपये अडाणी और अनिल अंबानी के हवाले कर दिए. उसके बाद लाए गब्बर सिंह टैक्स.”
उसके बाद 100 दिन से ज्यादा भ्रस्टाचार के मामले में जेल में रह चुके पी. चिदंबरम जो की अभी जमानत पर जेल से बाहर घूम रहें हैं उनका और मनमोहन सिंह जी के ब्यान का हवाला देते हुए राहुल गाँधी ने कहा की, “मनमोहन सिंह और पी चिदंबरम ने उनसे कहा कि इसे बिना पायलट प्रोजेक्ट लागू मत कीजिए. इससे पूरे देश का नुकसान हो जाएगा. लेकिन मोदी जी कहते हैं कि नहीं मैं तो रात को टैक्स लागू करके दिखाऊंगा और कर दिया. और क्या हुआ. आज सबसे ज्यादा बेरेाजगारी देश में है. पहले देश की 9 प्रतिशत जीडीपी ग्रोथ रेट थी, जो आज 4 फीसदी रह गई है. आज हमारे तरीके से नापो तो जीडीपी 2.5 प्रतिशत रह गई है.”
अगर आप भारत बचाओ रैली में राहुल गाँधी के भाषणों का निचोड़ निकालेंगे तो अंत में आप पाएंगे अम्बानी, अडानी, जीडीपी, रेप इन इंडिया और प्याज. जो की अभी तक देश के किसी भी कोने में 200 रूपए किलो नहीं हुए. अम्बानी, अडानी, नोटबंदी और जीडीपी को देश स्वीकार कर चूका है यह बात राहुल गाँधी को 2019 के लोकसभा नतीजों से ही समझ जानी चाहिए थी. बलात्कार और जीडीपी के मुद्दे पर राहुल गाँधी बीजेपी को घेर सकते हैं लेकिन उनके भाषणों में इन दो मुद्दों का जिक्र बेहद कम देखने को मिला. बलात्कार के मुद्दे पर बस वो अपने ब्यान का बचाव करते हुए ही नज़र आए.