JNU की दीवारों पर लिखे गए ऐसे नारे! जानें पूरा मामला…

JNU यानी Jawaharlal Nehru University देश का प्रतिष्ठित संस्थान माना जाता है। लेकिन अक्सर गलत गतिविधियों की वजह से ये संस्थान अक्सर सवालों में घिरा हुआ रहता है। ऐसा ही कुछ एक बार फिर देखने को मिला है। गुरुवार को जवाहरलाल नेहरू परिसर के परिसर की कई दीवारों पर ब्राह्मण विरो धी नारे लिखे हुए थे। जिसमें परिसर के ब्राह्मणों को चेतावनी दी गई थी। विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने एक बयान जारी कर इस घटना की निंदा की और परिसर के माहौल को बिगाड़ने के लिए ‘अज्ञात तत्वों’ को जिम्मेदार ठहराया। घटना की जांच के आदेश दे दिए गए हैं।

परिसर की दीवारों पर लिखे नारे!

ये नारे स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज-द्वितीय (JNU) भवन की दीवारों पर पाए गए। नलिन कुमार महापात्र, राज यादव, प्रवेश कुमार और वंदना मिश्रा सहित कई ब्राह्मण प्रोफेसरों के कक्षों की दीवार पर ‘गो बैक टू शाखा’ लिखा हुआ था। इसपर जेएनयू शिक्षक मंच ने ट्वीट किया की उदारवादी गिरोह हर असहमत आवाज़ को डराता है, वे चुनाव आयोग के प्रतिनिधियों को चुनने की अपील करते हैं जो ‘परस्पर सम्मान और सभ्यता के मूल्यों पर जोर दे सकते हैं, और सभी के साथ समान और न्यायपूर्ण व्यवहार कर सकते हैं।’ ‘सभ्यता’ और ‘आपसी सम्मान’। बर्बरता का अत्यधिक निंदनीय कृत्य!, ” सोशल मीडिया पर जैसे ही नारों की तस्वीरें वायरल हुईं, ‘ब्राह्मण जीवन मायने रखता है’ ट्रेंड करने लगा।

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JNU
JNU एक बार फिर सवालों में घिरा!

अधिकारियों ने एक बयान जारी कर आश्वासन दिया कि विश्वविद्यालय सभी का है। बयान में कहा गया है, “कुलपति, प्रोफेसर संतश्री डी पंडित ने एसआईएस, जेएनयू में कुछ अज्ञात तत्वों द्वारा दीवारों और फैकल्टी कमरों को विकृत करने की घटना को गंभीरता से लिया है। प्रशासन परिसर में इन बहिष्कारवादी प्रवृत्तियों की निंदा करता है।” एबीवीपी ने घटना की निंदा की और वामपंथियों पर तोड़फोड़ का आरोप लगाया। “एबीवीपी कम्युनिस्ट गुंडों द्वारा अकादमिक स्थानों के बड़े पैमाने पर तोड़फोड़ की निंदा करता है।

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