जामिया के मुस्लिम प्रोफ़ेसर ने,हिंदू छात्र को इसलिए कर दिया फेल,क्योकि उन्होंने CAA का समर्थन किया….

CAA विरोधी प्रदर्शनों का एक प्रमुख केंद्र जामिया मिलिया विश्वविद्यालय था। उसी समय, जामिया के छात्र, जहां वे अपने हाथों में वालेट ले रहे थे, पुलिस पर बरसा रहे थे। अब यह मामला नहीं है कि जामिया में वे सभी सीएए के विरोधी हैं। एक प्रसिद्ध विश्वविद्यालय है, इसलिए सभी प्रकार के छात्र वहां अध्ययन करते हैं। कई छात्र सीएए समर्थक भी हैं। जामिया मिलिया के एक प्रोफेसर ने दावा किया है कि उन्होंने परीक्षा में सीएए का समर्थन करने वाले 15 गैर-मुस्लिम छात्रों को फेल कर दिया है, जबकि 55 विरोधी सीएए छात्र उत्तीर्ण हुए हैं। उन्होंने ट्विटर पर इसका खुलासा किया और उस प्रोफेसर का नाम अबरार अहमद है।

हालांकि अब यह ट्वीट डिलीट कर दिया गया है, लेकिन स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर वायरल है। अबरार ने एक अन्य ट्वीट में कहा कि कोरोना वायरस या ऐसी अन्य चीजें अल्लाह की परीक्षा हैं। उन्होंने यह भी कहा कि कोरोना वायरस से डरे बिना सभी को सीएए के खिलाफ विरोध जारी रखना चाहिए।

जामिया मिलिया विश्वविद्यालय के आधिकारिक हैंडल से ट्वीट करके बताया गया कि यह सांप्रदायिक घृणा का मामला है जो अस्वीकार्य है। प्रोफेसर अबरार अहमद को बर्खास्त कर दिया गया है और एक जांच बैठाई गई है।

HumLog
HumLoghttp://humlog.co.in/
HumLog.co.in समाचारों व विचारों का ऐसा पोर्टल, जो आप तक उन ख़बरों को लाता है, जिन्हें भारत की मेनस्ट्रीम मीडिया अक्सर दबा देती है या नजरअंदाज करती है.
RELATED ARTICLES

Most Popular