
जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी में हुई हिंसा के बाद मीडिया और सोशल मीडिया पर चली एक तरफ़ा ख़बरों ने देश में अशांति का माहौल बना दिया. बताया जा रहा है जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी में पहले वामपंथी छात्रों ने एबीवीपी के छात्रों पर मार-पीट की उसके बाद एबीवीपी छात्रों ने जब जवाब देना शुरू किया तो मीडिया और सोशल मीडिया पर एक तरफ़ा खबरे चलनी शुरू हो गयी.
वामपंथी छात्र तेज़ी से हॉस्पिटल पहुंचे और अपने हाथों पर प्लास्टर चढ़वा लिया, कुछ ने सर पर पट्टियां करवा ली, कोई न चलने का बहाना बनाकर व्हील चेयर पर बैठ गया. इसी बीच जब अगले दिन मीडिया के सामने वह गिने चुने छात्र आये तो कोई अपनी पट्टी भूल गया, कोई प्लास्टर तो कोई व्हील चेयर. मतलब साफ़ था ज्यादातर लोग केवल मीडिया और सोशल मीडिया पर हड़कंप मचाने के लिए यह नाटक कर रहे थे.
लेकिन इसी बीच बॉलीवुड के कुछ लोग और वामपंथी नेताओं ने मिलकर एक रैली आयोजित की, इस रैली में टुकड़े-टुकड़े गैंग ने फिर से आज़ादी के नारे लगाए, पुलिस अब सबूत तालाश रही है की जिस आधार पर केस बनाया जा सके.
“Today when Left goons have held universities hostage for their whims, it is time for every Indian to stand together & reject communist ideology so as to bring an end to Left’s violence & to make peace prevail in universities.”
– Commonwealth Gold Medalist Wrestler @BabitaPhogat pic.twitter.com/THXBRL4sTT— ABVP (@ABVPVoice) January 8, 2020
लेकिन अब इस देश की जानी-मानी अंतराष्ट्रीय स्तर की खिलाड़ी बबिता फोगाट ने एक ब्यान जारी कर दिया हैं. उन्होंने ट्विटर पर कहा है की, “आज जब वामपंथी गुंडों ने विश्वविद्यालयों को अपनी सनक के लिए बंधक बना रखा है, यह हर भारतीय के लिए एक साथ खड़े होने और कम्युनिस्ट विचारधारा को खारिज करने का समय है ताकि वामपंथी हिंसा को समाप्त कर सकें और विश्वविद्यालयों में शांति बना सकें.”
जाहिर है अब कुछ छात्रों, हिंसकारियों और राजनेताओं को यह ब्यान पसंद नहीं आएगा, लेकिन सोचने वाली बात यह है की विद्यार्थियों के जीवन के साथ आखिर कौन खेल रहा हैं? विद्यार्थियों की शिक्षा पर ग्रहण लगाकर उनको राजनीती में कौन घसीट रहा हैं?