
कथित रूप से कांग्रेस के खाते में हैदराबाद की एक कंपनी द्वारा 170 करोड़ रूपए की राशि को कांग्रेस के खाते में भेजने का आरोप हैं. कांग्रेस पार्टी की तरफ से इस रकम को लेकर इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को किसी तरह की कोई जानकारी मुहैया नहीं करवाई गयी थी.
जरूरी दस्तावेजों के न मिलने पर आखिरकार इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने कांग्रेस पार्टी को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया हैं. आपको बता दें की इस बारे में इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की तरफ से उस कंपनी को भी नोटिस जारी हुआ हैं, लेकिन कंपनी की तरफ से न तो कोई अधिकारी आया और न ही कोई जवाब.
इनकम टैक्स डिपार्टमेंट का कहना है की इस कंपनी ने हवाला के जरिये इस धनराशि को कांग्रेस के खाते में पहुँचाया हैं. यह कंपनी सरकारी टेंडर उठाने का काम करती है और कुछ नकली बिलों के भुगतान से ली गयी रकम में से कांग्रेस पार्टी को 170 करोड़ रूपए और टीडीपी को 150 करोड़ रूपए का चंदा भेजा हैं.
इस लिए जाहिर है की चन्द्रबाबू नायडू की टीडीपी को भी जल्द ही इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की तरफ से नोटिस मिलने वाला हैं. आपको बता दें की इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को यह कामयाबी भारत और स्विट्जरलैंड के बीच हुए कालाधन पर अंकुश लगाने के समझौतों के तहत मिली हैं.

सितंबर 2019 में में आयी पहली लिस्ट में हुए इस कर चोरी और हवाला नेटवर्क का भंडाफोड़ हुआ हैं. फिलहाल आर्थिक मंदी और काले धन को लेकर सवाल खड़े करने वाली कांग्रेस की तरफ से किसी भी नेता ने इसपर अपनी टिप्पणी नहीं की हैं और मीडिया लगातार इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की अगली कार्यवाही पर नज़र बनाये हुए हैं.