
आईआईटी-आईआईएम और लॉ यूनिवर्सिटीज के हजारों छात्रों ने गृह मंत्रालय को पत्र लिखना शुरू कर दिया हैं. उनका कहना है की यह कानून भारतीय मुसलमानों के अधिकारों का हनन नहीं है. इसलिए इस बिल का विरोध नहीं होना चाहिए.
बताया जा रहा है यह पत्र एक अभियान के तहत लिखें जा रहें हैं और थिंक इंडिया संगठन के नेतृत्व में अभियान चलाया जा रहा हैं. अभी तक 1473 छात्रों ने इस कानून पर अपना समर्थन दे दिया हैं. यह लॉ के छात्र हैं जो आगे चलकर वकील या फिर जज बनेंगे.
आपको बता दें की इस अभियान के पीछे थिंक इंडिया के पूर्व राष्ट्रीय कन्वेनर और अब दिल्ली का कामकाज देख रहे राहुल गडकरी हैं. और राहुल गडकरी ने मीडिया से बातचीत करते हुए ब्यान दिया की, “सोशल मीडिया के युग में लोग बिना पढ़े किसी बात का यकीन कर लेते हैं और भड़क जाते हैं. इससे राष्ट्रीय शांति को खतरा पहुंचता है. लोगों को किसी भी मुद्दे पर राय बनाने के लिए दूसरे की बात सुनने की बजाय उसे पढ़कर अपनी राय बनानी चाहिए.”
उन्होंने अपनी बात को जारी रखते हुए आगे कहा कि, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह स्वयं इस बात पर केंद्र सरकार का रुख साफ कर चुके हैं कि इस कानून से किसी के अधिकार में कोई कटौती नहीं होगी, ऐसे में किसी भी नागरिक को चिंता क्यों करनी चाहिए.”

बताया जा रहा है की अब विश्व हिंदू परिषद, आरएसएस और एबीवीपी छात्र संघठन भी इस अभियान से जुड़ कर देश के मुसलमानों के लिए जागरूकता अभियान चलाया जाएगा. देखना यह होगा की इन संगठनों का यह अभियान किस हद तक और कितनी तेज़ी से आगे बढ़ता हैं और देश में माहौल शांत होता हैं.