
वीरप्पन एक ऐसा नाम जिसने कई राज्यों की पुलिस की नाक में दम कर रखा था. वह एक बहुत ही खूँखार डाकू एवं चंदन की लकड़ी का तस्कर था. ऐसे डाकू को कुत्ते की मौत मारने वाले पूर्व आईपीएस अधिकारी के विजय कुमार अमित शाह के सलाहकारों की टीम में शामिल हो चुके हैं.
खबर आ रहीं हैं की 1975 बैच के आईपीएस अधिकारी रहे विजय कुमार को गृह मंत्रालय में वरिष्ठ सुरक्षा सलाहकार टीम में शामिल किया गया है और इनका कार्यकाल 1 साल का होगा. इनका मुख्य काम जम्मू कश्मीर और वामपंथी आतंकवाद से पीड़ित राज्यों के बारे में गृहमंत्री को सलाह देना होगा.
पूर्व आईपीएस अधिकारी विजय कुमार 67 वर्ष के हो चुकें हैं और इन नियुक्ति के लिए गृह मंत्रालय 3 दिसंबर को नोटिफिकेशन जारी कर चूका हैं. ऐसा नहीं है की पूर्व आईपीएस अधिकारी होने के नाते या फिर सिर्फ वीरप्पन को मारने के नाते उन्हें गृहमंत्रालय में जगह मिली, दरअसल हैदराबाद में स्थित नेशनल पुलिस अकादमी में बतौर डायरेक्टर, सीआरपीएफ के डायरेक्टर जनरल, जम्मू कश्मीर में राज्यपाल के सलाहकार के बाद अब वह अमित शाह के सलाहकार के रूप में चुने गए हैं.
बताया जाता है की जम्मू-कश्मीर के राज्य को उन्हें अच्छी जानकारी हैं, यह वहां पर राज्यपाल के लिए सलाहकार का काम करते थे. इसलिए इनको जम्मू-कश्मीर के मामलों के लिए भी सलाहकार नियुक्त किया गया हैं.
आज के समय में देश में कई राज्य और संस्थान वामपंथी आतंकवाद से पीड़ित हैं, दरअसल वामपंथी विचारधारा का मकसद लोगों के मन में निराशा और विरोध उत्पन करना होता है. यह निराशा और विरोध सरकार, देश, धर्म, जाती के ऊपर भी होता हैं.
Great. He was the man who gunned down the dreaded dacoit Veerappan.
Post the encounter, he did a yatra to a temple and offered his hair as sacrifice. Seculars back then outraged over his display of religious beliefs. https://t.co/SSoxUHRnLk
— Vanara (@AgentSaffron) December 6, 2019
इससे तनाव की स्थिति पहले से ज्यादा उग्र हो जाती है और भाईचारे में कमी आनी शुरू हो जाता हैं. अब यह समस्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही हैं और इससे बचने के लिए ऐसी विचारधारा को खत्म करना भी जरूरी हैं. इसी पर अब पूर्व आईपीएस अधिकारी विजय कुमार देश के गृहमंत्री अमित शाह जी को सलाह देंगे.