वामपंथी वकील प्रशांत भूषण पर FIR,”रामायण-महाभारत” को लेकर कह दी थी विचित्र बात,हिन्दू को बर्दाश्त नही..

रामायण और महाभारत के अफीम के आरोप में गुजरात के राजकोट के भक्तिनगर पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है। इस मामले के आरोपियों में सुप्रीम कोर्ट के एक प्रसिद्ध वकील प्रशांत भूषण हैं। उन्होंने ट्वीट किया है कि धर्म ग्रंथ अफीम की लत है। उनके ट्वीट के समर्थन में एश्लिन मेथु और कन्नन गोपीनाथन को भी शामिल किया गया है। भक्तिनगर पुलिस ने इन तीनों लोगों के खिलाफ जांच शुरू कर दी है।

सेवानिवृत्त भारतीय सेना के कप्तान जयदेव जोशी ने यह शिकायत दर्ज की है। पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की धारा 295 (ए), 505 (1) (बी), 34 और 120 (बी) के तहत शिकायत दर्ज करके आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। जयदेव जोशी, 40, सेवानिवृत्त, धर्मदर्शन अपार्टमेंट धर्मजीवन सोसाइटी रोड ढेबर रोड, राजकोट के निवासी हैं।

शिकायत में जयदेव जोशी ने कहा है कि प्रशांत भूषण ने 28 मार्च को अपने ट्वीटर में रामायण और महाभारत में अफीम शब्द का इस्तेमाल किया है। इससे मेरे और लाखों हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची है। शिकायत में कहा गया है कि गवाहों को गवाही देने से पहले देश की अदालतों में शपथ दिलाई जाती है। शपथ में हिंदू धर्मग्रंथ महाभारत, रामायण का नाम शामिल है। इस तरह के ट्वीट से धार्मिक भावनाएं कमजोर होती हैं। महाभारत की उत्पत्ति श्रीमद गीता से हुई है। इसलिए, किसी को धार्मिक ग्रंथ रामायण, महाभारत की ओर उंगली उठाने का अधिकार नहीं है।

शिकायत में एशलेन मेथू और कन्नन गोपीनाथन का उल्लेख है कि इन लोगों ने इसे गुमराह करके इसका अर्थ विकृत कर दिया है। सुलह की धमकी से शांति भंग होती है। आतंकवादी भावना समाज के एक वर्ग में पैदा होती है।

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