दिल्ली हिंसा के दंगाइयों की पहचान करके उनकी संपत्ति कुर्क करने की तैयारी में अब दिल्ली पुलिस

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दिल्ली में मजूद दंगाइयों ने सोचा भी नहीं होगा की अगर वह इन दंगों के दौरान अगर वह जिन्दा बच जाते हैं तो जिंदगी नर्क से कम नहीं होगी. कहने को यह दंगा एक दिन में अचानक भड़का हुआ दंगा था.

लेकिन सच तो यह है की हज़ारों की तादार में मिले पेट्रोल बम, तेज़ाब के पैकेट और छतों पर इतना मलबा की पुरे दिन पत्थरबाज़ी के बाद भी मलबा छतों के ऊपर मजूद था. अब सोचने की बात यह यही की पेट्रोल बम ओर तेज़ाब के पैकेट शॉपिंग मॉल में नहीं मिलते जो गए और हजारों की संख्या में ले आये.

जाहिर है इन्हे घरों में या मदरसों में बनाया गया था, और इनको दूर फेंकने के लिए फिल्म बाहुबली स्टाइल में घरों की छतों पर बड़े बड़े गुलेल तक बनाये गए थे, लोहे के एंगल और टायर की रबर के साथ बनाई या गुलेल दूर तक वार करने की क्षमता रखती हैं.

ऐसे में कोई महा बेवकूफ, बचपन से अँधा या मंदबुद्धि ही होगा जो सोच रहा होगा की यह दंगा मात्र अचनाक भड़क गया. अचानक अल्लाह की मेहरबानी से गुलेल लोगों के घरों पर लग गयी, अचानक अल्लाह की मेहरबानी से छतों पर पत्थर आ गए, अल्लाह की बरकत से पेट्रोल बम और तेज़ाब के पैकेट आ गए.

खैर वामपंथी मीडिया और मुस्लिम परस्त पार्टियां तो इसे अचनाक फैला हुआ दंगा ही बताने में लगे हुए हैं. लेकिन अब दिल्ली पुलिस के अधिकारी ने साफ़ कर दिया हैं की, “क्राइम ब्रांच के स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) और लोकल पुलिस को इस संबंध में पहले ही निर्देश जारी किए जा चुके हैं कि नुकसान का आंकलन करने के लिए नगर निगम अधिकारियों और दिल्ली सरकार के साथ समन्वय किया जाए.”

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दिल्ली पुलिस का कहना है की, “हमने लगभग 1000 दंगाइयों की पहचान कर ली है और लगभग 630 लोगों को हिरासत में लिया है या गिरफ्तार किया है.” पुलिस ने आगे कहा की, “हमने पूर्वी दिल्ली नगर निगम और पावर डिस्कॉम बीएसईएस से स्थिति बहाल करने और दंगा प्रभावित क्षेत्र में जलाए गए वाहनों के मलबे और ढेर को साफ करने के लिए भी मदद मांगी है.”

दिल्ली पुलिस ने यह भी कहा है की, “संपत्ति जब्त करने के साथ अवैध रूप से हथियार रखने और उपयोग करने वालों के खिलाफ आर्म्स एक्ट की धाराओं के तहत 25 लोगों सहित अब तक कुल 148 एफआईआर दर्ज की गई हैं.”

इसका मतलब तो साफ़ है की CAA की वजह से न तो किसी को नागरिकता जाएगी और न ही जाने वाली थी, लेकिन अल्लाह के रहमो कर्म से अब इन दंगाइयों को कुत्ते की जिंदगी जीने पर मजबूर जरूर होना पड़ेगा बिना घर बार के.

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