
जब से दिल्ली में एक बार फिर से आम आदमी पार्टी की सरकार बनी हैं. दिल्ली में अब जगह-जगह पर शाहीन बाग़ बनने लगे हैं. जिस NRC का ड्राफ्ट भी अभी त्यार नहीं हुआ, उस NRC को हटाने के लिए 500 – 500 रूपए में अपना ईमान गिरवी रखकर मुस्लिम औरतें धरने पर बैठी हुई हैं.
सरकार के लिए यह स्थिति बहुत गंभीर हैं. अगर सरकार इन औरतों पर कार्यवाही करती हैं तो अंतराष्ट्रीय स्तर पर भारत की छवि खराब होगी. विपक्ष भी शायद इसी फिराख में हैं की दिल्ली पुलिस किसी तरह से इन औरतों पर कार्यवाही करें जिसके बाद पुरे देश में मोदी सरकार के खिलाफ उन्हें एक मुद्दा मिल सके.
इसमें एक बात यह भी डर वाली हैं, अगर इस तरह से यह पैसे लेकर धरने देने वाली औरतें भारतीय संसद में पास हुए बिल नागरिकता संशोधन कानून को वापिस लेने के लिए मजबूर कर रही हैं और सरकार कुछ नहीं कर पा रही. ऐसे में भविष्य में यह औरतें किसी भी बिल को पास करवाने या वापिस लेने के लिए पुरे देश में धरने देना शुरू कर देंगी.
शायद यही कारण था की देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने कहा था, शाहीन बाग़ कोई संयोग नहीं, बल्कि प्रयोग हैं. विपक्ष की बात करें तो मोदी सरकार द्वारा लिए जा रहे कड़े फैसलों के खिलाफ कुछ भी ना करने की स्थिति में था. ऐसे में इन औरतों का पैसे लेकर सडकों पर उतर आना विपक्ष के लिए संजीवनी बूटी का काम किया.
हालाँकि मोदी सरकार पहले ही साफ़ कर चुकी है की, नागरिकता संशोधन कानून किसी भी हाल में वापिस नहीं होगा. बस अब देखना यह होगा इन बिकाऊ औरतों के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट के दबाव में मोदी सरकार और दिल्ली पुलिस क्या कार्यवाही करती हैं.
दिल्ली पुलिस को तीन दिन का अल्टीमेटम – जाफराबाद और चांद बाग की सड़कें खाली करवाइए इसके बाद हमें मत समझाइयेगा , हम आपकी भी नहीं सुनेंगे, सिर्फ तीन दिन@DelhiPolice pic.twitter.com/9ozTazMZew
— Kapil Mishra (@KapilMishra_IND) February 23, 2020
इसी को लेकर अब बीजेपी नेता कपिल मिश्रा ने भी दिल्ली पुलिस को चेतावनी देते हुए कहा है की, “दिल्ली पुलिस को तीन दिन का अल्टीमेटम – जाफराबाद और चांद बाग की सड़कें खाली करवाइए इसके बाद हमें मत समझाइयेगा, हम आपकी भी नहीं सुनेंगे, सिर्फ तीन दिन.”