चीन की कोरोना वायरस को लेकर पूरी दुनिया में किरकिरी हो रही है! जब से यह वायरस चीन से निकला है तभी से अमेरिका चीन पर हमलावर रवैया अपनाया हुआ था! उससे यह आशंका बनी हुई थी कि वाशिंगटन पेइचिंग से अपने निवेश वापस लेना शुरू कर सकता है! यह आशंका निराधार नहीं थी क्योंकि अब अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इसकी शुरुआत कर दी है! डोनाल्ड ट्रंप ने इस बात की पुष्टि करते हुए कहा कि उनके प्रशासन ने चीन से अरबो डॉलर के अमेरिकी पेंशन फंड निवेश को वापस लेने का फैसला लिया है! इस महामारी के बीच में अमेरिका और चीन के कूटनीतिक संबंध बुरे दौर से गुजर रहे हैं! कोरोनावायरस के साथ-साथ दोनों के बीच साउथ चाइना सी से भी तनातनी देखी जा रही है! वहीं अगर इस वायरस की बात करें तो अभी तक इस वायरस ने अमेरिका में 80000 से ज्यादा जिंदगी छीन ली है!
निवेश वापस | Decided to withdraw billions of dollars of US pension fund investment from China
उल्लेखनीय है कि चीन पर आरोप लगाते हुए अमेरिका ने कहा कि उसने इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी और रिसर्च वर्क की चोरी की है! जब राष्ट्रपति से चीन से निवेश वापसी को लेकर सवाल पूछा गया तो दोनों ने गुरुवार को फोकस बिजनेस से बातचीत करते हुए कहा कि अरबो डॉलर, हां, मैंने वापस ले लिए! वही जब राष्ट्रपति से पूछा गया कि क्या वह न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज और नैस्डैक में सूचीबद्ध होने की शर्त पूरा करने का दबाव चीनी कंपनियों पर डालेंगे? तो अमेरिकी राष्ट्रपति का जवाब आया कि “हम बहुत गंभीरता से देख रहे हैं यह हैरान करने वाला है लेकिन इसके साथ दिक्कत है वह क्या करने जा रहे हैं वह अपनी कंपनियों को लंदन लिस्ट करेंगे आप देखिए!”
अपनी बात को आगे रखते हुए कहा कि “आपको मालूम है कि हर कोई इंसान बनना चाहता है मैं भी इंसान हूं लेकिन क्या होता है ना वह कहते हैं कि ठीक है हम लंदन या फिर हांगकांग चले जाएं!” डोनाल्ड ट्रंप ने यह बात चीनी कंपनियों के अमेरिकी शेयर बाजार में सूचीबद्ध होने के संबंध में कही है!
चीन करेगा अमेरिकी सांसदों पर कार्यवाही
बता दें कि इसी बीच चीन अमेरिकी सांसदों के खिलाफ कार्यवाही करने का विचार कर रहा है जिन्होंने सिनेट में कोरोनावायरस से निपटने के मुद्दे पर पेइचिंग के खिलाफ प्रतिबंध का प्रस्ताव पेश किया है! अमेरिका में कांग्रेस के जिम बैंक्स ने कहा कि “चीन सरकार उन पर गुस्सा उतार रही है जिन्होंने पूर्णा वायरस को लेकर गलत जानकारी देने के मामले में उन्हें जवाबदेह बनाने की कोशिश की है यह कहां से फैला और कितनी जल्दी यह नियंत्रण से बाहर हो गया!”