
ब्रिटेन में चुनावों से पहले मुसलमान बड़ी-बड़ी रैलियां निकालते हुए, ‘ब्रिटेन वांट्स शरिया’ के नारे लगाया करते थे. शरिया की मांग को लेकर कई बार ब्रिटेन में हिंसक प्रदर्शन भी हुए. वहां के मूल लोग यह समझ चुके थे की ब्रिटेन में अब एक ऐसा नेता चाहिए जो इन कट्टरपंथियों का इलाज़ कर सके.
इसी के साथ सबसे ज्यादा नाम चर्चा में आया बोरिस जॉनसन का. बोरिस जॉनसन पर इस्लामिक फोबिया के आरोप लगते रहे हैं, इस्लामिक फोबिया के शब्द का इस्तेमाल मुस्लिम और कम्युनिस्ट पत्रकार हर उस नेता के खिलाफ करते जो मुसलमानों के खिलाफ ब्यान देता हैं.
इस्लामिक फोबिया जैसे शब्द रूस के प्रेजिडेंट व्लादिमीर पुतिन, अमेरिका के प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रम्प और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी जैसे नेताओं पर इस्तेमाल होता हैं. यह सभी नेता इस्लामिक कट्टरपंथियों के खिलाफ खुले मंचो पर बोलने से बिलकुल नहीं कतराते.
अब इन नेताओं में क्योंकि एक और नाम जुड़ चूका है बोरिस जॉनसन का तो जैसे ही वह प्रधानमंत्री बने. देश के कई जाने माने हस्तियों को डर लगने लगा, (यह शब्द अपने भारत में भी सुना होगा डर का माहौल हैं) खैर अब वहां के मुस्लिम पत्रकारों से लेकर मुस्लिम बराका फूड एड चैरिटी तक के प्रमुख को ब्रिटेन में डर लगने लगा हैं.
ऐसे में सबसे पहले मुस्लिम बराका फूड एड चैरिटी के प्रमुख मंजूर अली ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया की, “मेरी चैरिटी 10 वर्षो से चल रही है, हमने पूर्व सैनिकों और श्वेत श्रमिक वर्ग के लोगों सहित जीवन के सभी क्षेत्रों के लोगों की मदद की है. लेकिन मैं अपनी व्यक्गित सुरक्षा को लेकर डरा हुआ हूं. मुझे अपने बच्चों के भविष्य की चिंता है.”
उसके आबाद उत्तर लंदन की एक आईटी सलाहकार ईडान ने भी मीडिया को बताया की, “वह दिसंबर 12 के आम चुनाव में जॉनसन की जबरदस्त जीत के बाद बहुत डरी हुई हैं, विशेष रूप से पूर्व में हमले का शिकार होने के बाद, जब उनके सिर पर से उनके स्कार्फ को नोचकर फाड़ दिया गया था और लोगों ने उन्हें सरेआम आतंकवादी कहा था. मैंने सक्रिय रूप से कहीं और नौकरियों की तलाश करनी शुरू कर दी है, शायद तुर्की या पाकिस्तान. मैं बहुत ज्यादा डरी हुई हूं.”

ऐसे में यह देखना काफी हास्यपद होगा की ब्रिटेन के यह मुसलमान सच में ब्रिटेन छोड़ देंगे या फिर भारत के मुसलमानों की तरह ‘तुम भी यही, हम भी यही’ करते रहेंगे और आम जनता के मन में बोरिस जॉनसन के खिलाफ डर का माहौल कायम करेंगे. फिर डरे हुए लोग क्या करेंगे आज आप पश्चमी बंगाल के हालात देख ही सकते हो.