
अनुराग कश्यप कुछ हफ़्तों से नरेंद्र मोदी और योगी आदित्यनाथ के खिलाफ कुछ ज्यादा ही विरोधी तेवर दिखा रहे हैं. ऐसे में सवाल यह भी उठता है की अचानक ऐसा क्या हुआ की विरोध जताने के बीच प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री पद की मर्यादा का ध्यान न रखते हुए अपशब्दों का भी इस्तेमाल करना शुरू कर दिया.
आपको बता दें की यह खुलासा उत्तर प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता शलभ मणि त्रिपाठी ने किया हैं. उन्होंने ट्विटर पर चिट्ठियां लीक करते हुए बताया हैं की, “पिटी हुई फिल्मों के लिए सरकारी भीख ना मिली तो अनुराग कश्यप कुंठित होकर गाली-गलौज पर उतर आए, कुछ सरकारें इनकी फ्लॉप फिल्मों पर भी करोड़ों देती थीं, यश भारती के पेंशन की शहद भी चटाती थीं, योगी जी ने मुफ्त की पेंशन बंद कर पैसा गरीबों, विधवाओं, किसानों में बांट दिया, यही चिढ़ है इनकी.”
पिटी हुई फ़िल्मों के लिए सरकारी भीख ना मिली तो @anuragkashyap72 कुंठित हो गाली गलौज पर उतर आए,कुछ सरकारें इनकी फ्लाप फ़िल्मों पर भी करोड़ों देती थीं,यश भारती के पेंशन की शहद भी चटाती थीं,योगी जी ने मुफ्त की पेंशन बंद कर पैसा ग़रीबों,विधवाओं,किसानों में बाँट दिया,यही चिढ़ है इनकी https://t.co/emOjcbbID7 pic.twitter.com/dhz2qDUbKx
— Shalabh Mani Tripathi (@shalabhmani) January 11, 2020
उन्होंने अगले ट्वीट में लिखा है की, “मोदी जी, अमित शाह जी और योगी जी से नफरत की वजह तो समझिए, पिटी फिल्मों पर भी जनता की गाढ़ी कमाई उड़ाते हुए बांटने वाली सरकारी भीख और पेंशन की बख्शीश बीजेपी सरकार आते ही बंद हो गई, फिर क्या मुफ्तखोरों में नफरत तो भड़कनी ही है.”
आपको बता दें की अखिलेश यादव की सरकार में 2016 में अनुराग कश्यप की फिल्म ‘मसान’ के लिए 2 करोड़ रूपये का अनुदान हासिल हुआ था. वहीं फिल्म ‘सांड की आंख’ और ‘मुक्केबाज़’ के लिए योगी सरकार ने सब्सिडी देने से इंकार कर दिया था.
उसके बाद से ही अनुराग कश्यप ने बीजेपी के खिलाफ मोर्चा खोल रखा था, अब फिल्म छपाक के भी फ्लॉप होने के बाद उनका गुस्सा सातवें आसमान पर होगा. लेकिन क्या यह एक किसम की डिजिटल धमकी नहीं है की अगर आप मुझे फ्लॉप फिल्म की सब्सिडी नहीं देंगे तो मैं आपके खिलाफ प्रचार शुरू कर दूंगा?