
विदेश मंत्री डॉ. एके अब्दुल मोमेन बांग्लादेश में रह रहे अवैध भारतियों को बहार निकालने के निर्देश जारी कर दिए हैं. उन्होंने मीडिया में ब्यान देते हुए कहा है की, भारत के मुकाबले बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था अच्छी हैं, इसलिए भारत के गरीब नागरिक बांग्लादेश में मुफ्त खाना खाने और अच्छी नौकरी की तलाश में बांग्लादेश में आ जाते हैं.
डॉ. एके अब्दुल मोमेन ने कहा की भारत के मुकाबले में बांग्लादेश में कानून प्रक्रिया भी अच्छी हैं, बांग्लादेश में कुछ दलालों की मदद से भारतीय नागरिक नौकरियां पाने में भी कामयाब हो गए हैं. अब वक़्त आ गया है की उनकी पहचान करके उन्हें देश से बाहर किया जाये.
उन्होंने कहा है की भारत की सरकार ने हमसे वादा किया है की किसी भी नागरिक को जबरदस्ती बांग्लादेश का नागरिक बताकर नहीं भेजा जायेगा. इसलिए अगर भारत की सरकार हमें पुरे सबूतों के साथ हमारे नागरिक देती हैं तो हम अपने नागरिक वापिस लेने के लिए त्यार हैं.
भारत बांग्लादेश के रिश्तों पर उन्होंने कहा की, यह दोनों देशों की समस्या हैं की कुछ उनके नागरिक हमारे यहाँ अवैध तरीके से रह रहें है और कुछ हमारे उनके यहाँ. इसलिए इस समस्या का समाधान तभी होगा जब अपने-अपने नागरिक अपने स्वीकार कर लेंगे. इसलिए दोनों देशों के रिश्तों के बीच हमें नहीं लगता की घुसपैठियों की वजह से नाराज़गी आएगी.

भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी यह भाषण देते हुए कहा है की, “यह भारत की कानूनी प्रक्रिया है और भारत का आंतरिक मामला है. यह बांग्लादेश को किसी भी तरह से प्रभावित नहीं करेगा.” जबरदस्ती की नागरिक को अवैध करार देकर उसे बांग्लादेश नहीं भेजा जाएगा.