भारतीय सेना को जम्मू कश्मीर के अवंतीपोरा के बेगपोरा में बड़ी कामयाबी हासिल हुई है! जहां भारतीय सेना ने हिजबुल कमांडर रियाज नायकु को मार गिराया! रियाज नायकु पर 1200000 का नाम था! इससे पहले पुलवामा जिले के अवंतीपोरा के दक्षिणी इलाके में सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच जारी मुठभेड़ में तीन आतंकवादी मारे गए थे! अवंतीपोरा के बेगपोरा इलाके में तलाशी अभियान जारी है! बेगपोरा में 4 दिनों में यह 5वीं मुठभेड़ थी!
भारतीय सेना की बड़ी कामयाबी,हिज्बुल कमांडर “रियाज नायकु” को मार गिराया,12 लाख का था इनाम…
लेकिन अब ऐसी खबर सामने आ रही है कि हिज्बुल मुजाहिदीन के आतंकवादी रियाज नायकु का शव उनके परिवार को नहीं सौंपा जाएगा! प्रशासन का कहना है कि सभी कार्रवाई को पूरा करने के बाद प्रशासन ही उनका अंतिम संस्कार करेगा! सरकार की तरफ से आतंकवाद के खिलाफ जारी इस लड़ाई में यह एक बड़ा फैसला है! क्योंकि कुछ ऐसा होता था कि जो आतंकवादी मारा जाता था उसको हीरो बना दिया जाता था लेकिन अब यह सिलसिला रुक जाएगा!
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि बुधवार को रियाज नायकु को ढेर कर देने के बाद सेना ने केवल यह कहा कि 2 आतंकवादी मारे गए हैं! भारतीय सेना के अधिकारियों ने बताया कि कोई बड़ा आतंकवादी या कमांडर उनकी नजर में नहीं है वह केवल एक आतंकवादी है! इतना ही नहीं बल्कि भारतीय सेना ने अपने किसी भी ट्वीट में रियाज का नाम तक नहीं लिया! यह भारतीय सेना की नई रणनीति है जिसकी शुरुआत इस लॉकडाउन में हो चुकी है!
दरअसल आपकी जानकारी के लिए बता दें कि एक पाकिस्तानी आतंकवादी के मरने के बाद जब उसका जनाजा निकाला गया तो बड़ी तादाद में लोग इकट्ठा हुए थे! जिसके बाद यह फैसला लिया गया है! क्योंकि प्रशासन और सेना दोनों का ही यह मानना था कि मारे गए आतंकवादी के जनाजे का इस्तेमाल नई भर्तियों के लिए किया जाता है! मारे गए आतंकवादी के जनाजे में आतंकवादी भी शामिल होते हैं और स्थानीय युवाओं को भड़का कर उनको भटका कर आतंकवादी बनने के लिए उकसाया भी जाता है!
मिली जानकारी के अनुसार बता दे कि खुद रियाज भी एक ऐसे ही जनाजे में शामिल हुआ था और उसने राइफल से फायरिंग तक की थी! अब प्रशासन और सेना इसे बंद करना चाहते हैं! इसलिए अब जब किसी आतंकवादी मुठभेड़ में मारा जाएगा तो उसका सब उसके परिवार वालों को नहीं दिया जाएगा! यदि घरवाले उसके शव को मांगते हैं तो उसके डीएनए सैंपल के जरिए उसके मरने की पुष्टि कर दी जाएगी! लेकिन उसको दफनाने या अन्य कोई काम की जिम्मेदारी प्रशासन ही संभालेगा!