
लोकसभा में नागरिकता संशोधन बिल पास हो चूका है, राज्यसभा में बिल पास होने के बाद यह बिल राष्ट्रपति के पास जायेगा. ऐसे में अगर राष्ट्रपति भी इस बिल पर अपने हस्ताक्षर कर देते हैं तो यह बिल भारत का कानून बन जायेगा.
इसी को लेकर पूर्व जज, वकील, लेखक, अभिनेता और सामाजिक कार्यकर्ता आदि कुल 720 जानी-मानी हस्तियों ने इस बिल के विरोध में एक चिठ्ठी लिखी हैं. यह चिठ्ठी केंद्र सरकार को लिखी गयी है और इस चिठ्ठी में लिखा हैं की, “ये बिल भारत की समावेशी और समग्र दृष्टि की धज्जियां उड़ा रहा है, जिससे भारत को स्वतंत्रता संग्राम में मार्गदर्शन मिला था. सांस्कृतिक और शैक्षणिक समुदायों से हम इस बिल को विभाजनकारी, भेदभावपूर्ण और असंवैधानिक मानते हैं और यह भारत के लोकतंत्र को मौलिक रूप से नुकसान पहुंचाएगा.”
चिठ्ठी में आगे लिखा है की, “ये बिल संविधान के साथ एक धोखा है. इसलिए हम सरकार से इस बिल को तुरंत वापस लेने की मांग कर रहे हैं. ये प्रस्तावित कानून भारतीय गणतंत्र के मूल चरित्र को आधारभूत रूप से बदल देगा और यह संविधान द्वारा मुहैया कराये गए संघीय ढांचे को खतरा पैदा करेगा.”
बताया जा रहा है की इस चिठ्ठी को लिखने वाले जावेद अख्तर, अभिनेता नसीरुद्दीन शाह और एडमिरल रामदास के अलावा इतिहासकार रोमिला थापर, अभिनेत्री नंदिता दास, अपर्णा सेन, सामाजिक कार्यकर्ता योगेंद्र यादव, तीस्ता सीतलवाड, अरुणा राय और दिल्ली हाई कोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायाधीश एपी शाह, देश के पहले सीआईसी वजाहत हबीबुल्ला भी 720 लोगों में शामिल हैं.

आपको बता दें की सरकार राज्यसभा में इस बिल को लेकर 2 बजे चर्चा शुरू करेगी और इसके लिए 6 घंटे की बहस का समय निर्धारित किया गया हैं. इससे पहले भी लोकसभा में बिल की चर्चा के दौरान पक्ष में 311 और विरोध में 80 वोट पड़े थे. अब देखना यह होगा की राज्यसभा में बीजेपी का ग्राउंड फ्लोर ज्यादा अच्छा मैनेज होता हैं या फिर विपक्ष का.