
मानवता को एक बार फिर से शर्मसार करने वाली खबर मध्य प्रदेश के बैतूल जिले से आ रही हैं, बताया जा रहा है की इस इलाके में चार महीने की बच्ची को उसके परिजन झाड़ियों में छोड़ गए थे, जिसको कुत्तों ने नोचना शुरू कर दिया, बच्ची के रोने और कुत्तों के भोंकने के चलते पास से गुजर रहे एक व्यक्ति को एहसास हुआ की कुत्ते किसी बच्चे को काट रहे हैं.
उस व्यक्ति ने भागकर कुत्तों को वहां से भगाया और बच्ची को इलाज के लिए तुरंत हॉस्पिटल लेकर गया. व्यक्ति की माने तो या बच्ची बैतूल के मुलताई में रेलवे माल गोदाम के पास सोमवार देर रात को मिली थी. व्यक्ति ने बताया की बच्ची झाड़ियों में एक कपडे की पोटली में बंद थी और कुत्ते उसे नोचने में लगे हुए थे.
व्यक्ति ने पुलिस को भी सारी घटना बताई और पुलिस का कहना है हम इस बच्ची के परिजनों को ढूंढ़ने की कोशिश करेंगे. उन्होंने कहा की हमने बच्ची को प्रारंभिक उपचार के बाद जिला अस्पताल में भेज दिया हैं, जहां पर उसका आगे का इलाज़ किया जाएगा.
जिस तरह से आधार कार्ड का सिस्टम हैं, अगर सरकार बच्चे के जन्म के साथ ही डीएनए रिकॉर्ड भी रखना शुरू कर दे तो ऐसे मामलों में पुलिस सीधा बच्ची के परिवार वालों के पास पहुँच कर सबको गिरफ्तार कर सकती थी.

क्योंकि जब से आधार कार्ड सिस्टम बना हैं, पुलिस लावारिश लाश, गुमशुदा बच्चे, आदि उनके आधार बायोमेट्रिक का इस्तेमाल करते हुए उन्हें घर तक पहुंचा देती हैं. उसी प्रकार अगर यह डीएनए टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करते हुए रिकॉर्ड रखना शुरू कर दिया जाये तो ऐसे मामलों बहुत ही ज्यादा कमी देखने को मिलेगी जहां बच्चियों को लोग ऐसे ही कहीं फेंक जाते हैं.