दिल्ली के निजामुद्दीन में तबलीगी जमात के मरकज़ से कोरोना वायरस की जाँच के लिए लगभग 200 लोगों को दिल्ली के विभिन्न अस्पतालों में ले जाया गया है। विदेशों के लोग भी इस मरकज़ में थे। जांच के लिए गए लोगों में से एक की मौत हो गई है, जो तमिलनाडु का निवासी बताया जाता है। हालांकि, यह अभी तक स्पष्ट नहीं है कि उनकी मौत का कारण क्या है। इसके बाद पुलिस ने पूरे इलाके को सील कर दिया है। पुलिस पूरे इलाके की निगरानी ड्रोन से कर रही है। पुलिस भी लगातार गश्त कर रही है, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि कोई बाहर घूम नहीं रहा है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, इस समय लगभग एक हजार लोग इस्लामिक प्रचार केंद्र के अंदर हैं।

इस इस्लामिक सेंटर में 15 देशों के 100 से अधिक विदेशी हैं, बाकी लगभग 1000 भारतीय इसके अंदर हैं। किसी को भी बाहर निकलने की अनुमति नहीं है। लगभग 200 लोगों को विभिन्न अस्पतालों में ले जाया गया है। उसे खांसी और बुखार की शिकायत है। निजामुद्दीन क्षेत्र में लगभग 2000 लोगों को अलग रखा गया है। कुछ लोगों को दिल्ली के अन्य क्षेत्रों में स्थानांतरित कर दिया गया है। जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में एक मौत का कनेक्शन सामने आ रहा है। एहतियातन घाटी में भी लोगों को छोड़ दिया जा रहा है। बता दें कि दिल्ली में अब तक कोरोना वायरस के 72 मामले सामने आए हैं। राजधानी में दो संक्रमितों की मौत हो गई है
बता दें कि दिल्ली सरकार ने दिल्ली में कोरोना वायरस के इलाज में लगी पूरी मेडिकल टीम के लिए व्यवस्था की है। सभी मेडिकल टीमें 2 शिफ्टों में काम करेंगी। एक टीम सुबह 8 से शाम 6 बजे तक, यानी 10 घंटे काम करेगी, जबकि दूसरी टीम अगले दिन शाम 6 बजे से 8 बजे तक यानी 14 घंटे काम करेगी। डॉक्टर, नर्स और पैरामेडिकल स्टाफ बिना किसी अवकाश या ब्रेक के लगातार 14 दिनों तक काम करेंगे। 14 दिनों तक लगातार काम करने के बाद, उन्हें 14 दिनों का ब्रेक दिया जाएगा। इस दौरान अस्पताल उनके ठहरने / ठहरने की व्यवस्था करेगा। दिल्ली में 21 ऐसे अस्पताल हैं, जिन पर यह आदेश लागू होगा। यह व्यवस्था दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन के इशारे पर की गई है।

यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि कोरोना वायरस दुनिया के साथ-साथ भारत में भी बढ़ रहा है। 180 से अधिक देशों में फैले इस वायरस ने अब तक 32,000 से अधिक लोगों की जान ले ली है। दुनिया भर में लगभग 6 लाख लोग इससे संक्रमित हैं। भारत में इस वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 1071 हो गई है। पिछले रविवार को 106 नए मामले सामने आए थे। देश में अब तक 29 लोगों की मौत हो चुकी है, हालांकि 100 मरीज भी इस बीमारी को हराने में सफल रहे हैं। देश के सभी राज्यों से इसके मरीज आ रहे हैं। केंद्र सरकार ने इसकी वजह से देश में 21 दिनों के तालाबंदी की घोषणा की है। यह तालाबंदी 14 अप्रैल को समाप्त होगी।